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BY: INEXTLIVE | Updated Date: Mon, 19 Mar 2018 07:00:18 (IST) -जनवरी माह से बंद है पुष्टाहार की आपूर्ति, कुपोषित-अतिकुपोषित बच्चों व गर्भवती महिलाओं की बढ़ी परेशानी, -पुष्टाहार नहीं मिलने से
आंगनबाड़ी केंद्रों में नहीं आ रहे हैं बच्चे VARANASI कुपोषण से लड़ाई कैसे लड़ी जाए? जब इससे बचाने वाला पुष्टाहार सिस्टम की लाचार व्यवस्था की भेंट चढ़ गया है। हेडक्वार्टर से जनवरी महीने से
ही पुष्टाहार की आपूर्ति नहीं हो रही है। लिहाजा चिह्नित कुपोषित-अतिकुपोषित बच्चों में पुष्टाहार (पंजीरी) का वितरणनहीं हो रहा है। मार्च महीना भी बिना पंजीरी के ही काटना तय है। हालांकि अफसरों
की ओर से उम्मीद जताई जा रही है कि अप्रैल से आंगनबाड़ी केंद्रों तक पुष्टाहार पहुंच जाएंगे। कुपोषण के शिकार बच्चों, गर्भवती महिलाओं में पंजीरी का वितरण शुरू कर दिया जाएगा। अभिभावकों की खरी-खरी
डिस्ट्रिक्ट के लगभग 3914 आंगनबाड़ी केंद्रों में पिछले ढाई माह से बाल पुष्टाहार का वितरण नहीं होने की दशा में बच्चे घर से भोजन लेकर आ रहे हैं। पहले बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों में ही पंजीरी
बांटी जाती थी। इसे पाने के लिए भी बहुत से बच्चे केन्द्र पर आते थे। लेकिन अब जब बच्चों को वहां कुछ नहीं मिल रहा तो कई बच्चों ने आंगनबाड़ी केंद्रों में आना भी छोड़ दिया है। अधिकतर केंद्रों पर
बच्चों की संख्या घट गई है। आंगनबाड़ी कार्यकत्री भी बच्चों को केंद्रों तक लाने में असहज महसूस कर रहीं। पुष्टाहार नहीं मिलने के कारण अभिभावक भी तेवर दिखा रहे हैं। कालाबाजारी से इनकार नहीं
इससे इनकार नहीं किया जा सकता कि आंगनबाड़ी केंद्रों से पुष्टाहार की कलाबाजारी भी खूब होती है। बोरी की बोरी पुष्टाहार बाजार में खपा दी जाती है। जो पंजीरी बच्चों में वितरित होना था वह पशुओं का
चारा बन जाते हैं। कई बार अधिकारियों ने ऐसे मामले पकड़े हैं। गड़बडि़यों पर अधिकारियों व कर्मचारियों पर कार्रवाई का चाबुक भी चला। शायद यही वजह भी रहा कि समय से पहले ही पुष्टाहार की खपत हो गई।
एक नजर 3,914 हैं डिस्ट्रिक्ट में आंगनबाड़ी केंद्र 991 हैं शहर में आंगनबाड़ी केंद्र 120 हैं आंगनबाड़ी कार्यकत्री 20 हजार हैं लगभग डिस्ट्रिक्ट में कुपोषित व अतिकुपोषित ब्लॅाक वार कुपोषितों पर
एक नजर 5179 अराजीलाइन 2718 सेवापुरी 2965 चिरईगांव 2970 पिंडरा 3879 काशी विद्यापीठ 1140 हरहुआ 2509 बड़ागांव 2062 चोलापुर 9373 सिटी एरिया में हैं कुपोषित 2000 हैं अतिकुपोषित 12566 लास्ट ईयर थे
कुपोषित यह तो सही है कि पिछले दो माह से पुष्टाहार का वितरण नहीं हो रहा। मगर, संभावना है कि अप्रैल माह से पुष्टाहार का वितरण शुरू हो जाएगा। नीलम मेहता, जिला कार्यक्रम अधिकारी