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जागरण संवाददाता, बागेश्वर : जंगल की आग से बीती शुक्रवार की रात कर्मी गांव के तोक खाईधार में दो भाइयों का आवासीय मकान जलकर खाक हो गया। माजखेत में भी एक व्यक्ति का मकान आग की भेंट चढ़ गया है।
प्रभावित परिवारों ने दूसरे के यहां शरण ली है। तहसील प्रशासन नुकसान का आंकलन जुटाने में जुटा हुआ है। कपकोट तहसील के सुदूरवर्ती गांव कर्मी के खाईधार तोक निवासी मोहन सिंह, हयात सिंह पुत्रगण
महेंद्र सिंह रात को भोजन खाकर सोने की तैयारी में थे। एकाएक जंगल की आग उनके घर के पीछे पहुंच गई। पूरा परिवार घर से बाहर निकल आया और आग पर काबू पाने की कोशिश करता रहा। आग के कारण उनका आठ कमरों
का पत्थर से छाया मकान जलकर नष्ट हो गया। अग्निकांड में नौ बकरियां भी जलकर मर गई हैं। प्रभावित परिवार ने दूसरे के घर में शरण ली है। उपजिलाधिकारी राकेश चंद्र तिवारी ने बताया कि तहसीलदार को
नुकसान का आकलन करने के निर्देश दिए गए हैं। किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं है। उन्होंने बताया कि पटवारी के अनुसार प्रभावित का राशन, कपड़े, बर्तन, बिस्तर, अलमारी, कुर्सी-टेबल, टीबी, फ्रिज, कपड़े
धोने की मशीन, मिनी टैक्टर, सोना लगभग 12 तोला, चांदी के 35 सिक्के, डबल बेड, इनवर्टर, सिलाई मशीन, बॉक्स, सोलर प्लेट, तख्ते, बल्ली, मोबाइल आदि जलकर खाक हो गए हैं। उधर, माजखेत में चंचल सिंह
पुत्र नैन सिंह ग्राम भनार का दो मंजिला टिन छाया दो कमरों का मकान में आग लग गई। इधर, आपदा अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया कि भनार में आग अज्ञात कारणों से लगी है और यह दैवीय आपदा में नहीं आता है।
जबकि खाईधार में अग्निकांड की जांच की जा रही है।