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मुंबई में भारत और इंग्लैंड के बीच चल रहे चौथे टेस्ट मैच में अब तक भारतीय खिलाडियों ने कई नए रिकॉर्ड्स बनाए हैं, कई पुराने रिकॉर्ड्स तोड़े हैं तो वहीं कई रिकॉर्ड्स की बराबरी की है। आइये हम
नज़र डालते हैं मुंबई टेस्ट में भारत की ओर से अब तक बने रिकॉर्ड्स पर…. भारत की तरफ से साझेदारी में 2000 से ज्यादा रन जोड़ने वाले बल्लेबाजों में पुजारा-विजय का औसत सबसे बढ़िया है। दोनों की औसत
65.82 की है जो गांगुली-तेंदुलकर और द्रविड़-सहवाग की जोड़ी से भी बेहतर है। इन दोनों ने 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हैदराबाद में 370 रन जोड़े थे। अश्विन और जडेजा ने मिलकर इंग्लैंड की पारी के 10
विकेट लिए। भारत की तरफ से इससे पहले ये रिकॉर्ड लाला अमरनाथ/वीनू मांकड़ (1946), बिशन सिंह बेदी/ भगवत चन्द्रशेखर (1972) और कपिल देव/मदन लाल (1981) की जोड़ी बना चुकी है। इस साल अश्विन ने अभी तक
11 टेस्ट मैचों में 65 विकेट लिए हैं और कपिल देव के एक साल में लिए गए 75 विकेटों से 11 विकेट पीछे हैं।अश्विन ने आठवीं सीरीज में दो या उससे ज्यादा बार पारी में 5 विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया
है। कपिल देव और अनिल कुंबले भी ये रिकॉर्ड बना चुके हैं। रविचन्द्रन अश्विन ने 23वीं बार टेस्ट की एक पारी में 5 विकेट लिए और भारत की तरफ से संयुक्त तीसरे स्थान पर कपिल देव की बराबरी पर पहुँच
गये हैं। उनसे ज्यादा बार एक पारी में विकेट भारत की तरफ से सिर्फ हरभजन सिंह और अनिल कुंबले ने लिए हैं। अश्विन ने साथ ही इस साल सातवीं बार पारी में 5 विकेट लिए। पिछले साल भी उन्होंने 7 बार ये
रिकॉर्ड बनाया था। इससे पहले श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन ने 2000 और 2001 में ये रिकॉर्ड बनाया था। मुरली विजय ने वानखेड़े मैदान में अपने टेस्ट करियर का 8वां शतक जड़ा। वानखेड़े मैदान पर यह किसी
भारतीय ओपनर द्वारा 14 साल बाद लगाया गया शतक था। मुरली विजय से पहले वीरेंद्र सहवाग ने 2002 में मुंबई के वानखेड़े मैदान पर ओपनर के तौर पर शतक लगाया था। तब सहवाग ने 16 साल बाद यह कारनामा किया
था। वानखेड़े मैदान पर सबसे पहले ओपनर के तौर पर सुनील गावस्कर ने 1986 में शतक लगाया था। सुनील गावस्कर ने इस मैदान पर टेस्ट मैचों में सबसे अधिक 5 शतक लगाए हैं।