जानिए, बजरंग बाण का कैसे करें पाठ और क्या बताए गए हैं इसके लाभ

जानिए, बजरंग बाण का कैसे करें पाठ और क्या बताए गए हैं इसके लाभ

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शास्त्रों में बजरंग बाण को बेहद प्रभावशाली माना गया है। भगवान हनुमान जी की कृपा पाने के लिए यह अत्यंत शुभ है। बजरंग बाण का मंत्र हनुमान जी की भक्ति, शक्ति और ऊर्जा का स्रोत माना जाता है।


कहते हैं कि बजरंग बाण के विधि पूर्वक पाठ से कुंडली के मंगल दोष से मुक्ति मिलती है। साथ ही मान्यता यह भी है कि बजरंग बाण के पाठ से शत्रु, भय और रोग के छुटकारा मिलता है। बजरंग बाण को दोहे,


चौपाइयों और बीज मंत्रों की वजह से शक्तिशाली माना जाता है। लेकिन सामान्य स्थिति में इसका पाठ नहीं करना चाहिए। बजरंग बाण का पाठ विशेष दशाओं में नियम के अनुसार ही करना चाहिए। क्या आपको पता है


कि बजरंग बाण के पाठ से कौन-कौन से लाभ मिलते हैं? साथ ही किन परिस्थितियों में इसका पाठ करना लाभदायक होता है? अगर नहीं तो चलिए यह जानते हैं।


कई बार स्वास्थ्य से संबंधित ऐसी समस्या आ जाती है जिसका कारण समझ में नहीं आता है। ऐसी दशा में बजरंग बाण का पाठ करना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। ज्योतिष के अनुसार मंगल दोष की वजह से


शादी नहीं होती है या वैवाहिक जीवन में दिक्कतें आती हैं। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए भी बजरंग बाण का पाठ किया जा सकता है।


इसके अलावा यदि कर्ज या मुकदमे की वजह से कोई समस्या हो रही है तो ऐसी स्थिति में भी बजरंग बाण का पाठ करना अच्छा होता है। कई बार लोग किसी नजर दोष का शिकार हो जाते हैं। जिस कारण जीवन में उलझनें


आती हैं। इस समस्या से निजात पाने के लिए भी बजरंग बाण का पाठ करना चाहिए। यदि ऑपरेशन की नौबत आ गई हो या रक्त की समस्या उत्पन्न हो गई है। ऐसे में बजरंग बाण का पाठ करना बेहद फायदेमंद माना गया


है।


बजरंग बाण पाठ के नियम: अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए बजरंग बाण के पाठ का संकल्प लेना चाहिए। किसी भी मंगलवार या शनिवार को इसके पाठ की शुरुआत करने की सलाह दी जाती है। पाठ शुरू करने के लिए पहले


सामने एक घी का दीपक जलाएं, लाल या नारंगी रंग का वस्त्र पहनें। इसके बाद लाल या नारंगी वस्त्र या लाल रंग या कुश के आसन पर बैठकर हनुमान जी का ध्यान करें। फिर बजरंग बाण का पाठ शुरू करना चाहिए।


चिराग पासवान बिहार की राजनीति में सक्रिय हो रहे हैं, विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जता रहे हैं। वे 'किंग' या 'किंग मेकर' बनना चाहते हैं। बीजेपी उनकी रणनीति पर नज़र रख रही है। चिराग सामान्य


सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं और बड़े राजनीतिक दलों को एकजुट करने का इरादा रखते हैं। वे अपने वोट बैंक का विस्तार करना चाहते हैं। बीजेपी नेतृत्व का मानना है कि चिराग इसका फायदा उठा रहे हैं।