छह लाख बच्चों के कैच अप कोर्स पर कहीं लग न जाए ग्रहण

छह लाख बच्चों के कैच अप कोर्स पर कहीं लग न जाए ग्रहण

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अररिया। फुलेन्द्र मल्लिक जिले के लगभग दो हजार सरकारी स्कूलों में सोमवार से तीन... अररिया। फुलेन्द्र मल्लिक जिले के लगभग दो हजार सरकारी स्कूलों में सोमवार से तीन माह का कैच अप कोर्स शुरू हो


रहा है। इस कोर्स से जिले के दूसरे कक्षा से लेकर दसवीं कक्षा के करीब छह लाख के छात्र-छात्राएं लाभान्वित होंगे। लेकिन चिंता की बात यह है कि कैचअप कोर्स शुरू होने के सिर्फ एक दिन बचे हैं लेकिन


अब तक केवल छठी, सातवीं व आठवीं कक्षा के छात्र-छात्राओं को पढ़ाने के लिए ही पाठ्य सामग्री आई है। शनिवार देर शाम तक दूसरी, तीसरी, चौथी, पांचवीं, नवमीं व दशमी का मैटेरियल बिहार स्टेट टैक्सबुक


पब्लिसिंग कारपोरेशन पटना से अररिया नहीं पहुंचा है। यह मैटेरियल कब अररिया पहुंचेगा। फिर अररिया से कब विभिन्न बीआरसी भेजा जाएगा और फिर बीआरएसी से कब सभी विद्यालयों में वितरण होगा। यह सबसे बड़ा


सवाल है। साथ ही पांच अप्रैल से इन स्कूलों में कैचअप कोर्स शुरू करने की शिक्षा विभाग की चुनौती बढ़ गई है। वर्तमान मेंे जो स्थिति दिख रही है उसे देखकर लगता नहीं है कि सोमवार से जिले के सभी


स्कूलों व सभी कक्षाओं में कैचअप कोर्स की पढ़ाई शुरू हो पाएगी। यही सोचकर शिक्षा विभाग के अधिकारी भी परेशान हैं। यहां बता दें कि पिछले साल प्रारंभिक स्कूलों में पटना से किताब की आपूर्ति ही नहीं


हो पाई थी। आज-कल होते होते समय खत्म हो गया था। वहीं इस साल जीविका की ओर से सरकारी स्कूलों में ससमय मास्क का भी वितरण नहीं हो पाया था। कहीं इसी तरह हश्र कैचअप कोर्स का न हो जाय। हालांकि


शिक्षा विभाग के अधिकारियों को आशा है कि रविवार सुबह तक पाठन सामग्री आ जाएगी और फिर निर्धारित समय पर स्कूलों में पढ़ाई भी शुरू हो जाएगी। तब तक के लिए हमें इंतजार करना होगा। प्रत्येक कक्षा को


दिये जाएंगे दो-दो सेट: समग्र शिक्षा अभियान के संभाग प्रभारी (गुणवत्ता शिक्षा) शेखर आंनद ने बताया कि बिहार स्टेट टैक्सबुक पब्लिसिंग कारपोरेशन की ओर से जिले के सभी स्कूलों में प्रत्येक कक्षा


के लिए दो-दो पाठन सामग्री सेट उपलब्ध कराया जा रहा है। अभी तक अररिया जिले को केवल छठी, सातवीं व आठवीं कक्षा की ही सामग्री मिली है। हमलोग इंतजार कर रहे हैं कि जल्द से जल्द सामग्री मिले ताकि


उसे बीआरसी के माध्यम से जल्द से जल्द स्कूल भेजा जा सके। बताया कि शनिवार तक दूसरी, तीसरी, चौथी, पांचवीं, नवमीं व दशमी का मैटेरियल अररिया नहीं पहुंचा है। छूटे सिलेबस के बेसिक विषय वस्तु की


होगी पढ़ाई: कैच अप कोर्स के तहत विद्यार्थियों को उन कक्षाओं का विशेष पाठ्यक्रम पढ़ाया जाएगा, जिसमें उनका नामांकन 2020-21 में हुआ था। चूंकि शैक्षणिक सत्र 2020-21 में लॉकडाउन के चलते पढ़ाई नहीं


हो सकी थी, इसलिए इस कैच अप कोर्स के जरिये उनकी छूटे हुए सिलेबस की बेसिक विषय वस्तु पढ़ाई जायेगी। कैच अप कोर्स तीन माह यानि अप्रैल, मई, जून तक चलेगा। जानकारी के मुताबिक कैच अप कोर्स कराने के


बाद ही बच्चों को व्यावहारिक तौर पर अगली कक्षा में प्रवेश दिया जायेगा। इससे पहले शिक्षा विभाग निर्णय ले चुका है कि शैक्षणिक सत्र 2020-21 में प्रवेश पाये कक्षा एक से नौवीं तक के बच्चों को बिना


परीक्षा के अगली कक्षा में प्रवेश दिया जायेगा। शिक्षकों को पहले मिल चुका है प्रशिक्षण: डीईओ राज कुमार ने बताया कि कैच अप कोर्स के लिए सभी शिक्षकों को अनिवार्य तौर पर स्कूल में उपस्थित रहने


के लिए कहा गया है। वे छात्र-छात्रा जिनका नामांकन नये शैक्षणिक सत्र के लिए हुआ है, उन्हें पिछली कक्षा का संक्षिप्त या बेसिक पाठ्यक्रम पढ़ना होगा। यह पाठ्यक्रम करना उनके लिए अनिवार्य होगा। इसके


बाद जुलाई में ही उनकी नये सत्र की पढ़ाई होगी। इससे पूर्व मार्च में जिला व संकुल स्तर पर पहले ही शिक्षकों को कैच अप कोर्स पढ़ाने के लिए प्रशिक्षण दिया जा चुका है। बोले पदाधिकारी: जिले में अब


तक दूसरी, तीसरी, चौथी, पांचवीं, नवमीं व दशमी वर्ग के पठन सामग्री नहीं मिली है। हमलोग इंतजार कर रहे हैं। हम अब भी आशा करते हैं कि निर्धारित समय पर स्कूलों में कैच अप कोर्स की पढ़ाई भी शुरू हो


जाएगी। शेखर आनंद, संभाग प्रभारी (गुणवत्ता शिक्षा) समग्र शिक्षा अभियान, अररिया।