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पड़ोसी देश नेपाल की तराई क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश के कारण परमान नदी सहित इनकी सहायक नदियों में अप्रत्याशित जल वृद्धि होने हुई है। इसके कारण फारबिसगंज प्रखंड के पीपरा, कामता, बलियाडीह,
टप्पू टोला,... Newswrap हिन्दुस्तान, अररियाMon, 20 July 2020 11:56 PM Share Follow Us on __ पड़ोसी देश नेपाल की तराई क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश के कारण परमान नदी सहित इनकी सहायक नदियों में
अप्रत्याशित जल वृद्धि होने हुई है। इसके कारण फारबिसगंज प्रखंड के पीपरा, कामता, बलियाडीह, टप्पू टोला, मधुरा, मीरगंज, खवासपुर, घोड़ाघाट,खैरखां, खमकोल, गड़हा, कुशमाहा, कामत टोला, रानीगंज
पोठरी,हलहलिया, तिरसकुण्ड, बाघमारा, भलुआ, अमहारा,रमै, खवासपुर, चकरघट्टा, कविलासी, गुरमही, हरिपुर, परवाहा, मुशहरी,सैफगंज, मीरगंज, दीपोल, भद्रेश्वर, सहबाजपुर आदि गांव के लोगों को काफी परेशानी
झेलनी पड़ रही है। काफी दिनों से इन क्षेत्रों में बाढ़ का पानी अपना कब्जा जमा है। आमलोगों के जन जीवन को अस्त व्यस्त, फसल की क्षति, माल मवेशियों को भी भारी संकट से गुजरना पड़ता है। हर साल इन
इलाकों को बरसात के समय बाढ़ की भयंकर त्रासदी से गुजरना पड़ता है। लोग परेशान है। राजद अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष केएन विश्वास का आरोप है कि इतनी भयावह स्थिति होने के बावजूद स्थानीय
प्रशासन द्वारा लोगों की सुधि नहीं ली गई है । श्री विश्वास ने कहा कि फ़ारबिसगंज प्रखंड के दर्जनों सड़क तथा निर्माण हो रहे पुल-पुलियों के डायवर्सन का बाढ़ के पानी के बहाव से ध्वस्त हो जाने के
कारण ग्रामीण लोगों को आवागमन में कठिनाई तथा इनलोगों का संपके प्रखंड एवं जिला मुख्यालय से विच्छेद हो गया है। सरकार द्वारा इन क्षेत्रों में पर्याप्त नाव ,बोट की व्यवस्था नहीं दी गयी है। यहां
के लोगों को अपने भाग्य के भरोसे छोड़ दिया गया है। सबसे दु:खद बात तो ये है कि फ़ारबिसगंज—कुर्साकांटा मार्ग में डोमरा बांध सड़क पर डायवर्सन क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण आवागमन पूर्णत: ठप हो गया
है। सरकार और प्रशासन को चाहिये कि क्षतिग्रस्त डायवर्सन का तुरंत मरम्मत कराकर इसे आमलोगों के आवागमन के लायक बनाएं।