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सिदो-कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय के प्रशासन उदासीनता के कारण हजारों छात्र-छात्राएं छात्रवृत्ति पाने से वंचित हो गए हैं। छात्र विश्वविद्यालय प्रशासन की कार्यशैली से आक्रोशित... हिन्दुस्तान
टीम दुमकाThu, 29 Nov 2018 09:48 PM Share Follow Us on __ सिदो-कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय के प्रशासन उदासीनता के कारण हजारों छात्र-छात्राएं छात्रवृत्ति पाने से वंचित हो गए हैं। छात्र
विश्वविद्यालय प्रशासन की कार्यशैली से आक्रोशित है। छात्रों ने के प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को कुलपति प्रो मनोरंजन प्रसाद सिन्हा को एक ज्ञापन दे कर छात्रवृति के अवधि विस्तार करवाने की मांग की
है। छात्रों ने झारखंड राज्यपाल, मुख्यमंत्री, कल्याण मंत्री एवं विभागीय सचिव को प्रतिलिपि भेजकर वंचित छात्रों को छात्रवृत्ति दिलाने की मांग की है। छात्र नेता श्यामदेव हेम्ब्रम ने बताया कि
झारखंड के कल्याण विभाग ने छात्र-छात्राओं से छात्रवृत्ति के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगा था। विश्वविद्यालय के हजारों छात्रों ने छात्रवृत्ति के लिए आवेदन दिया था। आवेदनों के सही या गलत होने की
पुष्टि सिदो कान्हु मुर्मू विश्वविद्यालय प्रशासन को करना था,लेकिन यह कार्य विश्वविद्यालय प्रशासन ने नहीं कराया। 25 नवंबर तक कल्याण विभाग ने समय निर्धारित किया था। तिथि बीत जाने से हजारों
छात्र छात्रवृत्ति से वंचित हो रहे है। सरकार से तिथि बढ़ाने की मंाग की है। आवेदन देने वालों में डेविड सोरेन, मंगल सोरेन, ठाकुर हांसदा, सुनील मरंाडी, जोसेफ बास्की, विमल कुमार टुडू, सुलीश सोरेन,
शिवलाल मरंाडी, दिलीप टुडू, चंाद हांसदा, सुरेश मुर्मू, उज्जवल टुडू, अमित कुमार, राजू मुर्मू आदि शामिल थे। अभाविप के 500 कार्यकर्ता कोलकाता के लिए हुए रवाना: बंगाल और बिहार में एनआरसी लागू
करने की मांग को लेकर पश्चिम बंगाल के कोलकाता में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा आहूत आक्रोश रैली में भाग लेने के लिए गुरुवार को सरैयाहाट प्रखण्ड से 50 छात्र सहित पूरे ज़िले से लगभग 500
छात्र रवाना हुए। उक्त बातों की जानकारी देते हुए अभाविप के पूर्व जिला संयोजक राकेश कुमार ने बताया कि पश्चिम बंगाल की ममता सरकार की दमनकारी नीति के विरोध और बंगाल बिहार में एनआरसी लागू कर अवैध
रूप से रह रहे बांग्लादेशियों को वापस भेजने को लेकर 30 नवंबर को कोलकाता में विशाल छात्र आक्रोश रैली निकाली जाएगी। इस रैली में ज़िले से अभाविप के लगभग 500 कार्यकर्ता 29 नवंबर को हंसडीहा,
दुमका और शिकारीपाड़ा स्टेशन से कविगुरु एक्सप्रेस से रवाना हुए ।