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सांसद संजय राउत ने शुक्रवार को कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के आतंकवादियों को इसलिए नहीं पकड़ा जा रहा है, क्योंकि वे एक दिन बीजेपी में शामिल हो जाएंगे। यह एक दिन प्रेस नोट के जरिए बता भी दिया
जाएगा। Madan Tiwari लाइव हिन्दुस्तान, मुंबईFri, 30 May 2025 03:40 PM Share Follow Us on __ पहलगाम आतंकी हमले में शामिल रहे आतंकवादियों को लेकर शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने शुक्रवार
को बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा है कि एक दिन ये छह आतंकी बीजेपी ज्वाइन कर सकते हैं, इसीलिए अब तक पकड़े नहीं गए हैं। 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की जान चली गई थी।
बैसरन घाटी में यह हमला तब हुआ था, जब पर्यटक घूमने गए हुए थे। शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, "पहलगाम हमले के छह आतंकवादियों को इसलिए नहीं पकड़ा जा रहा है क्योंकि एक दिन आपको भाजपा
कार्यालय से एक प्रेस नोट मिल सकता है जिसमें कहा जाएगा कि वे छह लोग भाजपा में शामिल हो गए हैं।" उल्लेखनीय है कि पहलगाम आतंकी हमले को पाकिस्तान के लश्कर ए तैयबा के मुखौटा आतंकी संगठन
टीआरएफ के आतंकवादियों ने अंजाम दिया था। कई आतंकियों ने अचानक पर्यटकों पर हमला बोलते हुए गोलीबारी करके उनकी जान ले ली थी। पहले आतंकी ने लोगों से धर्म पूछा और फिर उनके शरीर के पास से गोलियां
चला दीं। हाल ही में संजय राउत ने कहा था कि कि केंद्र ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद सांसदों के बहुदलीय प्रतिनिधिमंडलों को कई ऐसे देशों की यात्रा करने के लिए भेजा है जिनका भारत-पाकिस्तान
मुद्दे से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार वास्तविकता के बजाय दिखावे में रुचि रखती है। एक क्षेत्रीय समाचार चैनल से बातचीत में राउत ने सवालिया अंदाज में कहा, ''उन देशों
में प्रतिनिधिमंडल भेजने की क्या ज़रूरत है जिनका भारत और पाकिस्तान के मुद्दे से कोई लेना-देना नहीं है? लाइबेरिया, कांगो और सिएरा लियोन जैसे देशों का चयन गंभीर सवाल खड़े करता है।''
वह कल्याण से शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे के नेतृत्व वाले एक प्रतिनिधिमंडल का जिक्र कर रहे थे। ये भी पढ़ें:2019 में भाजपा को सत्ता में आने से रोका इसलिए ईडी ने मुझे गिरफ्तार किया: राउत ये भी
पढ़ें:UPA सरकार में बाल ठाकरे-शरद पवार ने अमित शाह को दिलवाई थी बेल, संजय राउत का दावा दुनियाभर के देशों ने हमले पर प्रतिक्रिया दी थी। अमेरिका, चीन, रूस समेत दुनियाभर के देश पहलगाम हमले की
निंदा की। इसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ कर दिया था कि भारत इस हमले के खिलाफ जवाबी कार्रवाई जरूर करेगा और हुआ भी यही। छह और सात मई
की रात भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर चलाते हुए पाकिस्तान और पीओके में स्थित जैश और लश्कर के आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया था। नौ ठिकानों में 100 से ज्यादा आतंकवादी ढेर हो गए थे। इसके बाद
चार दिनों तक भारत और पाक के बीच तनाव और बढ़ गया। हालांकि, बाद में सीजफायर पर सहमति भी बन गई।