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केरल में कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 8 हो गई है। इसके साथ ही 2020 में शुरू हुई महामारी में अब तक कुल मौतों का आंकड़ा 72,147 हो गया है। केरल में सोमवार शाम को कोविड-19 के 35
नए मामले सामने आए थे। भारत में कोरोना संक्रमण के मामलों की संख्या बढ़कर 4 हजार से अधिक हो गई है, जिसमें केरल सबसे अधिक प्रभावित राज्य बना हुआ है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंगलवार को जारी
आंकड़ों से यह जानकारी मिली। मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, केरल के बाद महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली कोविड-19 से सबसे अधिक प्रभावित राज्यों में शामिल हैं। देश में पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन
मरीजों की संख्या 4,026 दर्ज की गई और संक्रमण से 5 मरीजों की मौत की सूचना है। इस साल जनवरी के बाद से देश में कोविड से अब तक 37 लोगों के मरने की सूचना है। ये भी पढ़ें:सरकारी नौकरियों में
स्थानीय लोगों को मिलेगा 85% आरक्षण, लद्दाख पर सरकार का ऐलान ये भी पढ़ें:बिहार चुनाव से पहले EC का बड़ा कदम, VTR पर मिल सकेगी सटीक जानकारी; कैसे देश में 22 मई को उपचाराधीन मरीजों की संख्या 257
थी और 31 मई तक यह संख्या बढ़कर 3,395 हो गई। इसके बाद इलाज करा रहे मरीजों की संख्या बढ़कर 4,026 हो गई। वर्तमान में केरल में 1,446 उपचाराधीन मरीज हैं जो देश में सबसे अधिक है। इसके बाद
महाराष्ट्र में 494, गुजरात में 397 और दिल्ली 393 उपचाराधीन मरीज हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, कोरोना वायरस के संक्रमण से पिछले 24 घंटे में केरल, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में
एक-एक मरीज की मौत हुई है। महाराष्ट्र में 2 मरीजों के मरने की सूचना है। हरियाणा में कोविड के 16 नए मामले गुरुग्राम और फरीदाबाद में 11 संक्रमित समेत मंगलवार को हरियाणा में कोविड-19 के 16 नए
मामले सामने आए हैं। राज्य स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, गुरुग्राम में कोविड-19 के 6 और फरीदाबाद में 5 नए मामले सामने आए। करनाल और झज्जर जिलों में 2-2 नए मरीज मिले। एक संक्रमित अंबाला में मिला
है। राज्य में मंगलवार को उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 51 हो गई। सोमवार को यह आंकड़ा 44 था। राज्य स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, गुरुग्राम में 17 मरीज उपचाराधीन हैं। इसके अलावा फरीदाबाद में
12, करनाल में 11, पंचकूला में चार, झज्जर और अंबाला में तीन-तीन और सोनीपत में एक मरीज उपचाराधीन है। मंगलवार तक राज्य में कोविड संक्रमित कोई भी मरीज अस्पताल में भर्ती नहीं था। एक्सपर्ट ने
बढ़ते मामलों पर क्या कहा आधिकारिक सूत्रों ने 31 मई को बताया था कि भारत में कोविड-19 की स्थिति की करीब से निगरानी की जा रही है। मंत्रालय ने जोर दिया कि संक्रमण की गंभीरता कम है। अधिकतर मरीज
घर पर क्वारंटीन में इलाज करा रहे हैं और चिंता की कोई बात नहीं है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉ. राजीव बहल ने कहा कि पश्चिम और दक्षिण भारत में वायरस के सैंपल्स का अध्ययन
किया गया। इससे पता चला कि फिलहाल वायरस के जिस वैरिएंट के कारण मामलों में बढ़ोतरी हुई है वह गंभीर नहीं है। यह वायरस के ओमीक्रोन का नया स्वरूप है। वायरस के जिन चार नए स्वरूपों का पता चला है
वे- एलएफ.7, एक्सएफजी, जेएन.1 और एनबी.1.8.1 हैं। ये सभी ओमीक्रोन वैरिएंट से उत्पन्न हुए हैं। वायरस के एलएफ.7, एक्सएफजी, जेएन.1 स्वरूप से संक्रमण के मामले अधिक हैं।