जानें, क्यों गिर गई महाराष्ट्र में bjp सरकार और अजित पवार ने इस्तीफा देने पहले देवेंद्र फडणवीस से क्या कहा

जानें, क्यों गिर गई महाराष्ट्र में bjp सरकार और अजित पवार ने इस्तीफा देने पहले देवेंद्र फडणवीस से क्या कहा

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Hindi NewsIndia NewsKnow why the BJP government fell in Maharashtra and Ajit Pawar told Devendra Fadnavis before resign महाराष्ट्र में फ्लोर टेस्ट पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद राज्य के


उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के विधायक अजित पवार के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी अपने पद से... Arun Binjola नई दिल्ली, लाइव हिन्दुस्तान टीम, Tue, 26 Nov


2019 07:18 PM Share Follow Us on __ महाराष्ट्र में फ्लोर टेस्ट पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद राज्य के उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के विधायक अजित पवार के बाद


मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को अपने आदेश में मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस को बुधवार शाम पांच बजे से पहले बहुमत साबित करने का आदेश


दिया था लेकिन उससे एक दिन पहले ही लगातार बहुमत का दावा कर रहे अजित पवार ने अपना इस्तीफा दे दिया। इसके बाद सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। गौरतलब है कि गत शनिवार को


नाटकीय ढंग से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के फड़नवीस और राकांपा के पवार ने क्रमश: मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।  देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि राज्यपाल ने हमें सबसे पहले सरकार


बनाने के लिए बुलाया था और नंबर नहीं होने के चलते हम सरकार नहीं बना सके थे। फिर शिवसेना ने कहा था कि हमारे पास नंबर तो है लेकिन हमें सरकार बनाने के लिए समय चाहिए। एनसीपी भी सरकार नहीं बना सकी


तो इसके बाद राष्ट्रपति शासन लगाया गया। तीन अलग-अलग विचारधारा के लोग चर्चा तो कर रहे थे लेकिन सरकार नहीं बना रहे थे। तीनों का एक ही कॉमन मिनिमम कार्यक्रम था बीजेपी को सत्ता से बाहर रखना।


विधानसभा में जो एनसीपी के जो नेता थे उन्होंने हमसे चर्चा की और फिर हमने सरकार बनाई।  फडणवीस ने कहा, “अजित पवार मुझ से मिले और इस्तीफा देकर कहा कि वह सरकार में अब नहीं बने रह सकते। शीर्ष


न्यायालय के आदेश के अनुसार, हम कल (बुधवार को) फ्लोर टेस्ट कराकर बहुमत सिद्ध करने में असमर्थ हैं। हमारे पास संख्या बल नहीं है और भाजपा कभी खरीद-फरोख्त का कार्य नहीं करती, इसलिए हम अब बहुमत


साबित नहीं कर सकते। जो भी सरकार बनाएगा, उसे हम शुभकामनाएं देते हैं। हम नई सरकार को काम करना सिखाएंगे।” उन्होंने कहा, “हमें 105 सीटों का जनादेश मिला। उसके लिए मैं राज्य की जनता का आभार व्यक्त


करना चाहता हूं। शिवसेना ने नंबर का खेल खेला और भाजपा से बात करने की बजाय अन्य दलों से बात की।  शिवसेना ने भाजपा को धमकी दी और जो बात तय नहीं थी, उस बात पर अड़ गई।” फडणवीस ने कहा, “हमारे


राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाहजी ने भी कई बार यह बात कही कि मुख्यमंत्री पद का वादा (ढाई-ढाई साल के लिए) कभी शिवसेना के साथ नहीं किया गया था। जो वादे किए गए थे, उन्हें पूरा करने के लिए हम तैयार


थे, लेकिन शिवसेना ने अपना हिंदुत्व सोनिया जी के चरणों में रख दिया और गैर-वैचारिक पार्टियों के साथ सिर्फ मुख्यमंत्री पद के चलते समझौता कर लिया।”