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गाजियाबाद जिले में कोरोना की जांच बढ़ने के साथ ही संक्रमित मरीजों की संख्या का स्पष्ट आंकड़ा सामने आ गया है। मार्च और अप्रैल में जहां जिले में केवल 66 मरीजों की पुष्टि हुई थी। वहीं मई माह
में... गाजियाबाद जिले में कोरोना की जांच बढ़ने के साथ ही संक्रमित मरीजों की संख्या का स्पष्ट आंकड़ा सामने आ गया है। मार्च और अप्रैल में जहां जिले में केवल 66 मरीजों की पुष्टि हुई थी। वहीं मई
माह में कम्युनिटी जांच और सैंपल बूथ लगने के बाद मरीजों का आंकड़ा तीन गुना से अधिक बढ़कर 239 पर पहुंच गया है। पिछले एक सप्ताह में 1653 जांच में से 169 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। कोरोना
वायरस का संक्रमण जिले में सभी क्षेत्रों में फैलता दिख रहा है। शुरुआती दौर में विदेश या अन्य प्रदेशों से आने वाले लोगों में कोरोना वायरस होने की संभावना जताई जा रही थी। स्वास्थ्य विभाग की ओर
से सभी संदिग्धों की जांच की गई। इसमें लोगों की जांच के साथ उनको क्वारंटाइन करके निगरानी रखी गई, लेकिन जिले में मई माह में संक्रमण का असर ज्यादा देखने को मिला। निजी लैब या दिल्ली में हुए
संक्रमितों की सूचना जिले को मिलने लगी। इसके बाद प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी लोगों की जांच शुरू कर दी गई। संक्रमितों के संपर्क सूत्र को खोज कर उसके संपर्क में आए सभी संदिग्धों की
जांच होने लगी। इसके अलावा लोगों की रियायत के लिए एक सैंपल बूथ सेंटर भी लगवाया गया, जिससे संदिग्ध लोग खुद आकर कोरोना की जांच करा सकें। हॉटस्पॉट क्षेत्रों में कम्युनिटी जांच शुरू की गई। जांच
बढ़ने के साथ-साथ संक्रमित लोगों की संख्या में भी इजाफा होने लगा। ऐसे क्षेत्र जहां बाहरी व्यक्ति भी नहीं आया और पूरी सुरक्षा बरती जा रही थी। वहां भी कोरोना संक्रमित मिलने शुरू हो गए हैं। जिले
के कोई भी क्षेत्र संक्रमण से मुक्त नहीं है। प्रशासन की रिपोर्ट के अनुसार जिले में करीब 70 फीसदी संक्रमित लोगों की पुष्टि निजी लैब से की जा रही है। इसमें जिले के निजी अस्पताल और कुछ निजी लैब
जांच कर रही हैं। एक जून से सात जून तक जिले में कुल 1653 लोगों की जांच हुई। इसमें 169 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई। कुल जांच आंकड़ों के अनुसार दस फीसदी लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई।
गाजियाबाद जिले में अब तक की गई जांचें माह जांच हुई संक्रमित स्वस्थ मार्च 948 14 02 अप्रैल 1930 52 42 मई 7106 239 169 जून (1-7) 1653 169 74 ''जिले में जांच प्रक्रिया बढ़ा दी गई है।
एक दिन में औसतन 250 से ज्यादा लोगों की जांच की जा रही है। सरकारी जांच में अन्य जिलों को सैंपल भेजे जा रहे हैं। इस कारण रिपोर्ट आने में तीन से चार दिन का समय लग जाता है। संदिग्धों की जांच के
लिए मोबाइल वैन भी हॉटस्पॉट क्षेत्रों में भेजी जा रही हैं।'' -डॉ. एनके गुप्ता, सीएमओ सर्वे के बाद सीलिंग खोलने का आश्वासन ट्रांस हिंडन। खोड़ा चेयरमैन रीना भाटी ने सोमवार को
जिलाधिकारी से वार्ता कर खोड़ा में सीलिंग खोलने की मांग की है। डीएम ने दो दिन में खोड़ा के हालात का सर्वे कराकर शीघ्र सीलिंग खोलने का आश्वासन दिया है। दूसरी ओर, वैशाली के लोगों ने भी पूरे
वैशाली क्षेत्र की सीलिंग खोलने की मांग की है।