Play all audios:
सोहना के मंडावर के जंगल में डेढ़ वर्षीय मादा तेंदुए की करंट लगने से मौत हो गई। तेंदुआ गांव के ही एक मंदिर के पास बिजली की तारों पर लटका हुआ था। गुरुवार सुबह मंदिर पहुंचे लोगों का जब उस पर
ध्यान गया... __ सोहना के मंडावर के जंगल में डेढ़ वर्षीय मादा तेंदुए की करंट लगने से मौत हो गई। तेंदुआ गांव के ही एक मंदिर के पास बिजली की तारों पर लटका हुआ था। गुरुवार सुबह मंदिर पहुंचे
लोगों का जब उस पर ध्यान गया तो वन विभाग को इसकी सूचना दी गई। जिसके बाद वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर तेंदुए के शव को नीचे उतारा। वन विभाग ने तेंदुए के शव का पोस्टमार्टम करवा कर उसका
अंतिम संस्कार कर दिया है। घटना बुधवार-गुरुवार की रात की बताई जा रही है। ग्रामीणों के मुताबिक, तेंदुआ मंदिर के पास एक पेड़ पर बंदर का शिकार करने के लिए चढ़ा था। तेंदुए को देख बंदर पेड़ की सबसे
ऊंची शाखा की तरफ जाकर बैठ गया। मादा तेंदुआ जैसे ही बंदर का शिकार करने के लिए झपटी उसका संतुलन बिगड़ गया और वह बिजली की हाई टेंशन लाइन पर जा गिरी। इसके चलते करंट लगने से तेंदुए की मौत हो गई।
करंट लगने से तेंदुए का मुंह 50 फीसदी जल गया। तेंदुआ पेट के बल बिजली लाइन के एक तार पर लटका हुआ था। ग्राम पंचायत मंडावर के सरपंच धनसिंह ने स्थानीय पुलिस चैकी निमौठ सहित वन विभाग और वन्य
प्राणी विभाग को इसकी सूचना दी थी। वन्य प्राणी विभाग के जिला निरीक्षक सुनील कुमार ने बताया कि मृतक तेंदुआ मादा थी। जिसकी उम्र डेढ़ वर्ष के लगभग होगी। मृतक मादा तेंदुआ को पिछले डेढ़ वर्ष से अपने
एक अन्य साथी और मां मादा के साथ स्थानीय अरावली में अक्सर देखा जाता रहा है।