कुरुक्षेत्र के रण में bjp के नायक बने नायब सिंह, 3. 84 लाख वोटों से जीते

कुरुक्षेत्र के रण में bjp के नायक बने नायब सिंह, 3. 84 लाख वोटों से जीते

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हरियाणा की कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट के परिणाम में राज्य के मंत्री नायब सिंह ने 6,88,629 मत प्राप्त कर कांग्रेस के निर्मल सिंह को 384591 मतों के अंतर से पराजित कर दिया है। निर्मल सिंह को


3,04,038 वोट... हरियाणा की कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट के परिणाम में राज्य के मंत्री नायब सिंह ने 6,88,629 मत प्राप्त कर कांग्रेस के निर्मल सिंह को 384591 मतों के अंतर से पराजित कर दिया है।


निर्मल सिंह को 3,04,038 वोट मिले हैं। भाजपा की शानदार जीत के साथ ही इस बार कुरुक्षेत्र में जहां वरिष्ठ इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला के बेटे अर्जुन चौटाला कुरुक्षेत्र से हार गए वहीं 22


उम्मीदवारों की जमानत भी जब्त हो गई है। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने हरियाणा के प्रमुख राजनीतिक परिवारों के गढ़ों को ढहाते हुए सभी 10 सीटों पर जीत दर्ज की है। चुनाव आयोग ने सभी दस


सीटों के अंतिम परिणामों की घोषणा कर दी है। 2014 के लोकसभा चुनावों की तुलना में भाजपा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अपने वोट शेयर में भी वृद्धि की। घोषित परिणामों के अनुसार, भाजपा को 58.02


प्रतिशत मत मिले, जबकि कांग्रेस को महज 28.42 प्रतिशत ही वोट मिले। इनेलो का वोट शेयर गिरकर सिर्फ 1.89 प्रतिशत रह गया।  कुरुक्षेत्र जिला हरियाणा के उत्तर में स्थित है तथा अम्बाला, यमुना नगर,


करनाल और कैथल से घिरा हुआ है। वर्तमान में कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से राजकुमार सैनी सांसद हैं। वह 2014 में वह दो बार के कांग्रेस सांसद नवीन जिंदल को हराकर भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतकर संसद में


पहंचे थे। हालांकि, बाद में उन्होंने लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी नाम से अपना अलग दल बना लिया। सैनी के अलग होने के बाद माना जा रहा है कि यहां भाजपा के लिए संघर्ष पहले के मुकाबले कठिन नाना जा रहा


था। कृषि प्रधान हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि पर ही आधारित है। यहां 90% से अधिक लोग विभिन्न कृषि कार्यों में लगे हुए हैं। गेहूं और चावल जिले की मुख्य फसलें


हैं। वाणिज्यिक फसलों में गन्ना इस जिले की एक महत्वपूर्ण फसल है।  कृषि आधारित अर्थव्यवस्था होने के नाते, जिले में औद्योगिक स्थापित भी कृषि आधारित है, क्योंकि वहां छोटे और बड़े चावल शेलर और


गेहूं प्रसंस्करण इकाइयां हैं। जिला उद्योग केंद्र, कुरुक्षेत्र ने जिले में बड़े पैमाने पर बड़े पैमाने पर उद्योग की पहचान करने के लिए एक सचेत प्रयास किया है। औद्योगिकीकरण के प्रचार के लिए, एक


विशेष क्षेत्र अर्थात सेक्टर -3 को औद्योगिक क्षेत्र के रूप में विकसित किया गया है जहां छोटे पैमाने की इकाइयों की संख्या स्थापित की गई है। कुरुक्षेत्र का धार्मिक महत्व कुरुक्षेत्र जिला धार्मिक


दृष्टि से विशेष महत्व रखता है। कौरव और पांडवों के बीच हुआ महाभारत का युद्ध भी यहीं लड़ा गया था। भगवान कृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश यहीं पर ज्योतीसर नामक स्थान पर दिया था। यहां के


ब्रह्मसरोवर कुंड का भी ऐतिहासिक महत्व है। रोजाना सैकड़ों लोग यहां पवित्र जल में स्नान करने पहुंचते हैं। कहा जाता है कि यहां स्थित विशाल तालाब का निर्माण महाकाव्य महाभारत में वर्णित कौरवों और


पांडवों के पूर्वज राजा कुरु ने करवाया था। कुरुक्षेत्र नाम 'कुरु के क्षेत्र' का प्रतीक है। कुरुक्षेत्र का पौराणिक महत्त्व अधिक माना जाता है। इसका ऋग्वेद और यजुर्वेद में अनेक स्थानो


पर वर्णन किया गया है। यहां की पौराणिक नदी सरस्वती का भी अत्यंत महत्त्व है। इसके अतिरिक्त अनेक पुराणों, स्मृतियों और महर्षि वेदव्यास रचित महाभारत में इसका विस्तृत वर्णन किया गया है।