खेल दिवस: इस अनोखे तरीके से हुई थी ध्यानचंद की आखिरी विदाई, एक लाख से भी ज्यादा लोग हुए थे शामिल

खेल दिवस: इस अनोखे तरीके से हुई थी ध्यानचंद की आखिरी विदाई, एक लाख से भी ज्यादा लोग हुए थे शामिल

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29 अगस्त को हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की 112वीं जयंती हैं। इस मौके पर आपको बता रहे हैं उनकी जिंदगी के आखिरी वक्त से जुड़ा ऐसा दिलचस्प किस्सा जिसके बारे में कम लोग ही जानते हैं। ध्यानचंद


का... लाइव हिन्दुस्तान टीम नई दिल्लीTue, 29 Aug 2017 12:04 PM Share Follow Us on __ 29 अगस्त को हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की 112वीं जयंती हैं। इस मौके पर आपको बता रहे हैं उनकी जिंदगी के


आखिरी वक्त से जुड़ा ऐसा दिलचस्प किस्सा जिसके बारे में कम लोग ही जानते हैं। ध्यानचंद का निधन 3 दिसम्बर, 1979 को 74 साल की उम्र में हुआ था। जैसे ही दादा की मृत्यु की खबर फैली, झांसी में हॉकी


के प्रेमियों ने उनके घर में इकट्ठा होना शुरू कर दिया। सभी अपने चहेते खिलाड़ी की आखिरी झलक पाना चाहते थे।  खेल दिवस: हॉकी के इस बाजीगर ने रचा इतिहास, किए अब तक के सबसे ज्यादा गोल... अंतिम


संस्कार में शामिल हुए 1 लाख लोग... ऐसा कहा जाता है कि उनके अंतिम संस्कार में करीब 1,00,000 लोग शामिल हुए थे। लोग कारों पर, इमारतों के शीर्ष पर खड़े थे। हालांकि इसमें किसी राजनेता को शामिल


होने की अनुमति नहीं थी। झांसी शहर ने फैसला किया कि दद्दा का किसी अन्य व्यक्ति की तरह अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा, लिहाजा उनका अंतिम संस्कार एक हॉकी फील्ड में होगा।