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AURAIYA NEWS - नवरात्र की पंचमी तिथि पर बुधवार को माता के पांचवें रूप स्कंदमाता की पूजा-अर्चना की गई। इस मौके पर देवी मंदिरों में माता का विशेष शृंगार किया गया। ब्रह्म मुहूर्त में ही मंदिर
में पूजा-अर्चन का सिलसिला... Newswrap हिन्दुस्तान, औरैयाWed, 21 Oct 2020 11:14 PM Share Follow Us on __ नवरात्र की पंचमी तिथि पर बुधवार को माता के पांचवें रूप स्कंदमाता की पूजा-अर्चना की गई।
इस मौके पर देवी मंदिरों में माता का विशेष शृंगार किया गया। ब्रह्म मुहूर्त में ही मंदिर में पूजा-अर्चन का सिलसिला शुरू हो गया। सुबह व शाम मैया की आरती की गई। भक्तों ने मां के सुंदर स्वरूप के
दर्शन किए और मनोकामना पूर्ण करने की कामना की। नगर के प्रमुख देवी मंदिरों सहित अन्य मंदिरों में मैया की पूजा-अर्चना करने के लिए श्रद्धालु प्रात: पांच बजे से ही जमा होने लगे। देवी मंदिर में
भीड़ अधिक होने से भक्त कतार में लगकर मुख्य द्वार तक पहुंचे। दुर्गा स्तुति व मां शेरावाली के जयकारों से भक्तों ने मैया का दर्शन किया। मां के दरबार में सिर झुका कर परिवार की सुख समृद्धि के लिए
मन्नतें मांगी। भीड़ अधिक होने के चलते कुछ मंदिरों में कमेटी की ओर से लाइन लगाकर दर्शन कराए गए। जिससे मां के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को इंतजार करना पड़ा। देवी मंदिरों में भक्तों ने ज्योति
प्रज्ज्वलित कर माता का अभिषेक किया। दुर्गा मैया की पूजा-अर्चना करने से दुख क्लेश व भयानक रोगों से छुटकरा मिलता है। दैहिक, दैविक व भौतिक सब कष्ट दूर हो जाते हैं। नगर के गेंदा लाल दीक्षित
चौराहा स्थित काली माता मंदिर पर पुजारी की ओर से क्रमबद्ध तरीके से दर्शन कराए जा रहे थे। वेरीकेडिंग के अंदर गिने-चुने लोग ही पहुंच रहे थे। जबकि बैरिकेडिंग के बाहर भी एक बार में अधिक श्रद्धालु
दर्शन नहीं कर पा रहे थे। मुख्य गेट बंद था। शाम के समय मंदिर पर भजन कीर्तन आयोजित किए गए। पढ़ीन दरवाजा स्थित बड़ी माता मंदिर पर मां का सुंदर श्रृंगार किया गया और सुबह शाम आरती हुई। जिसमें
श्रद्धालुओं ने मां से सुख समृद्धि की कामना की। फूलमती मंदिर वह काली मंदिर पर भी पूजन अर्चन देर रात तक चलता रहा। इसके साथ ही भजन कीर्तन में भी लोग जुटे रहे। यमुना तट स्थित मां मंगला काली के
दरबार में पूरे दिन दर्शन करने के लिए भक्तों का आना जाना लगा रहा। जयकारों के साथ श्रद्धालुओं ने मां मंगला काली के दर्शन किए। और मनोकामना पूर्ण करने की कामना की। नगर के अलावा कस्बों और गांवों
में भी मां दुर्गा का पर्व श्रद्धा व उत्साह से मनाया जा रहा है। सभी मंदिरों पर सुबह शाम आरती का आयोजन किया जा रहा है। घरों में भी महिलाएं भजन कीर्तन कर मां को मनाने का प्रयास कर रही हैं।