कोरोना का खौफ: गोरखपुर जिला अस्पताल में सलेक्टिव सर्जरी ठप, नेत्र और चर्म रोग की ओपीडी बंद

कोरोना का खौफ: गोरखपुर जिला अस्पताल में सलेक्टिव सर्जरी ठप, नेत्र और चर्म रोग की ओपीडी बंद

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गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाता गोरखपुर जिला अस्पताल में सलेक्टिव सर्जरी पर रोक लग गई है। पीएम की सलाह के बाद अस्पताल प्रशासन ने फैसला किया। सलेक्टिव सर्जरी के लिए भर्ती किए गए मरीजों को अस्पताल


प्रशासन... गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाता गोरखपुर जिला अस्पताल में सलेक्टिव सर्जरी पर रोक लग गई है। पीएम की सलाह के बाद अस्पताल प्रशासन ने फैसला किया। सलेक्टिव सर्जरी के लिए भर्ती किए गए मरीजों


को अस्पताल प्रशासन ने डिस्चार्ज कर दिया। इसके साथ ही चर्म रोग और नेत्र रोग की ओपीडी पर रोक लगा दी। गुरुवार को पीएम नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में अस्पताल प्रबंधन को सलेक्टिव


सर्जरी को टालने की सलाह दी थी। शुक्रवार को जिला अस्पताल प्रशासन ने इस पर अमल कर दिया। अस्पताल के जनरल सर्जरी, ईएनटी, आई और आर्थो वार्ड में सलेक्टिव सर्जरी के लिए बुलाए गए 40 मरीजों को लौटा


दिया गया। इन सभी मरीजों के मोबाइल नंबर डॉक्टरों ने ले लिए हैं। इनमें गले के बाहर की गांठ, उंगलियों के टेढ़ापन, मोतियाबिन्द, हार्निया व अपेंडिक्स के मरीज शामिल रहे। कुछ मरीजों को डॉक्टरों ने


प्री-एनेस्थेटिक जांच के लिए भर्ती किया गया था। उन्हें डिस्चार्ज कर वापस घर भेज दिया गया। एसआईसी डॉ. एके सिंह ने बताया कि यह सभी ऑपरेशन टाले जा सकते थे। ऐसे में मरीजों को बता दिया गया है।


हालात सामान्य होने पर उन्हें प्राथमिकता के आधार पर बुलाया जाएगा। सलेक्टिव  सर्जरी की होगी समीक्षा बीआरडी मेडिकल कालेज में सलेक्टिव सर्जरी की समीक्षा की जाएगी। यहां पर रोजाना 50 सर्जरी होती


है। समीक्षा के लिए प्राचार्य जल्द ही विभागाध्यक्षों के साथ बैठक करेंगे। उन्होंने बताया कि कालेज के संसाधनों की समीक्षा की जा रही है। अगर हालात नाजुक हुए तो सलेक्टिव सर्जरी पर रोक लग सकती है।


चर्म और नेत्र रोग की ओपीडी ठप जिला अस्पताल प्रशासन ने शनिवार से चर्म(स्किन) और नेत्र (आई) रोग की ओपीडी को बंद कर दिया है। अस्पताल में मेडिसिन के बाद सबसे ज्यादा भीड़ स्किन की ओपीडी में होती


है। यह जानकारी एसआईसी ने दी। उन्होंने बताया कि दोनों ही ओपीडी में इमरजेंसी मरीजों की संख्या बेहद कम रहती है। ऐसे में कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए इसे बंद करने का फैसला किया गया है।


बीआरडी में 11 बजे तक बनेगा पर्चा बीआरडी मेडिकल कालेज में मरीजों की भारी भीड़ प्रशासन के लिए चिंता का सबब बनी हुई है। इसको देखते हुए कालेज प्रशासन ने अब पर्चा बनाने की मियाद को दो घंटे कम कर


दिया है। कालेज में अब ओपीडी का पर्चा सुबह आठ बजे से 11 बजे तक ही बनेगा। पहले यह दोपहर एक बजे तक बनता था। यह जानकारी प्राचार्यडॉ. गणेश कुमार ने दी। उन्होंने बताया कि सामान्य बीमारी के मरीजों


को बीआरडी आने की जरूरत नहीं है। मरीज पहले नजदीक के सरकारी अस्पताल में इलाज कराए। इमरजेंसी मरीजों का इलाज करेंगे नेत्र रोग विशेषज्ञ महानगर के कुछ प्राइवेट नेत्र रोग विशेषज्ञों ने भी सामान्य


मरीजों की ओपीडी को बंद कर दिया है। इसकी तस्दीक आईएमए के पूर्व सचिव व नेत्र सर्जन डॉ. शशांक कुमार ने की। उन्होंने बताया कि आंखों की बीमारियों से जुड़ी चार प्रकार की इमरजेंसी का ही इलाज किया


जाएगा।