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दिल में छेद से पीड़ित एक छह वर्षीय बच्चे का मुफ्त ऑपरेशन कार्डियोलॉजी में कराया गया है। ऑपरेशन राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत किया गया है। अब यह बच्चा ठीक है । शिवराजपुर के बंसी
निवादा... वरिष्ठ संवाददाता कानपुरWed, 24 July 2019 11:35 PM Share Follow Us on __ दिल में छेद से पीड़ित एक छह वर्षीय बच्चे का मुफ्त ऑपरेशन कार्डियोलॉजी में कराया गया है। ऑपरेशन राष्ट्रीय बाल
स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत किया गया है। अब यह बच्चा ठीक है । शिवराजपुर के बंसी निवादा गांव निवासी करन को जन्म से ही कोई न कोई बीमारी घेरे रहती थी। उसका खेलने और पढ़ने में मन नहीं लगता था।
हमेशा वह चुप रहता था। एक बार उसे बुखार आया था। सरकारी अस्पताल में पता चला कि उसके दिल में छेद है। बच्चे के परिवार की आर्थिक स्थिति भी अच्छी नहीं थी। करन उसी गांव की आंगनबाड़ी, हरनु द्वितीया
में पढ़ने जाता था। आंगनबाड़ी कार्यकत्री ने अभिभावकों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, शिवराजपुर जाने की सलाह दी। वहां जांच की गई तो बीमारी बड़ी निकली। आरबीएसके टीम ने करन के परिवार वालों से बात
कर उसकी जांच के लिए अपने साथ कार्डियोलॉजी में लेकर आए। 8 जुलाई को उसका ऑपरेशन किया गया। इस कार्यक्रम के तहत कार्डियोलॉजी में विशेष स्क्रीनिंग ओपीडी खोली गई है। बच्चों की जांच मुफ्त होती है,
जो बच्चे इस रोग से पीड़ित मिलते हैं उनका ऑपरेशन मुफ्त होता है। क्या है आरबीएसके राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम में जन्म से 19 साल के बच्चों में चार प्रकार की विसंगतियों की जांच होती है।
इसे ‘फोर डी’ भी कहते हैं- डिफेक्ट एट बर्थ, डिफिशिएंसी, डिसीज, डेवलपमेंट डिलेज इन्क्लूडिंग डिसएबिलिटी यानि किसी भी प्रकार का विकार, बीमारी, कमी और विकलांगता। इन कमियों से प्रभावित बच्चों के
लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम नि:शुल्क सर्जरी सहित प्रभावी उपचार मिलता है। यह कार्यक्रम पूरे प्रदेश भर में लागू है। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम
कानपुर के डीईआईसी मैनेजर, अजीत सिंह ने बताया कि कार्यक्रम के लिए प्रत्येक ब्लॉक में दो-दो हेल्थ टीमें गठित की गई हैं। ये टीमें सभी आंगनबाड़ी केंद्रों, सरकारी व सहायता प्राप्त स्कूलों के
बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण करती हैं।