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क्षेत्र में खुलेआम मांस की बिक्री रोकने के लिए यहां के लोगों ने एक अच्छी पहल की है। सौहार्द बनाये रखने के लिए हिन्दू-मुस्लिम दोनों समुदायों के लोगों ने मुख्यमंत्री समेत अफसरों को एक मार्मिक
पत्र भेजा... हिन्दुस्तान टीम बालपुर (गोंडा)। Tue, 28 Aug 2018 01:44 PM Share Follow Us on __ क्षेत्र में खुलेआम मांस की बिक्री रोकने के लिए यहां के लोगों ने एक अच्छी पहल की है। सौहार्द बनाये
रखने के लिए हिन्दू-मुस्लिम दोनों समुदायों के लोगों ने मुख्यमंत्री समेत अफसरों को एक मार्मिक पत्र भेजा है। सभी ने आने वाले त्योहारों पर इससे अमन में खलल की आशंका जताई है। इस पत्र में दोनों
समुदायों के लोगों ने अपने अपने हस्ताक्षर किए हैं। कजली तीज व जन्माष्टमी को लेकर कस्बे वासियों ने साम्प्रदायिक सौहार्द बिगड़ने की आशंका जताई है। खुले में मांस व मछली की बिक्री के विरोध मे
कस्बे वासियों ने मुख्यमंत्री से शिकायत करके कार्रवाई की मांग की है। कस्बे के आजाद राईनी, इखलाक अहमद, संगमलाल मोदनवाल, दिनेश, पप्पू तिवारी, डा. जय बनर्जी आदि ने मुख्यमंत्री को शिकायती
प्रार्थना पत्र भेजकर मांग की है कि पुल पर खुलेआम सड़क की दोनों पटरियों पर बकरे, मुर्गे हलाल किए जाते हैं व मछलियां बेची जाती है। जिसकी दुर्गंध से आम लोगों का आना जाना मुश्किल है। स्कूली
छात्र-छात्राओं को भी सहम जाना पड़ता है। कस्बे वासियों ने कहा कि जब कोई दूसरे समुदाय का व्यक्ति उधर से गुजरता है तो मांस विक्रेताओं द्वारा जोर-जोर से मांस लेने के लिए चिल्लाया जाता है। इससे
और आक्रोश पनप रहा है। जिसकी शिकायत स्थानीय पुलिस व थाने पर की गई लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की गई। जिससे क्षुब्ध होकर मुख्यमंत्री को फैक्स भेजकर इसकी शिकायत की है। कस्बेवासियों ने बताया कि यदि
कजली तीज और जन्माष्टमी त्योहार के पहले मांस-मछलियों के विक्रय स्थान को हटाया नहीं गया, तो कभी भी सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगड़ सकता है।