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लखनऊ समेत पूरा देश खेल व खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। वहीं दूसरी ओर राजधानी के केडी सिंह बाबू स्टेडियम में जूडो के राज्य स्तरीय खिलाड़ी पानी के लिए इधर-उधर भटक
रहे हैं।... हितेश सिंह लखनऊ। Mon, 19 Aug 2019 05:51 PM Share Follow Us on __ लखनऊ समेत पूरा देश खेल व खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। वहीं दूसरी ओर राजधानी के केडी
सिंह बाबू स्टेडियम में जूडो के राज्य स्तरीय खिलाड़ी पानी के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं। खिलाड़ियों के लिए न पीने का पानी है और न ही नहाने का कोई इंतजाम है। इससे खिलाड़ी हैरान और परेशान हैं।
नहाने के लिए खिलाड़ियों को स्टेडियम के बाहर लगे नल पर जाना पड़ रहा है। यह असुविधा का खेल यहीं नहीं रुकता इन खिलाड़ियों को रात में जमीन पर सोना पड़ रहा है, उनकों चिपचिपाती गर्मी और भयानक
मच्छरों से बचने का भी कोई इंतजाम नहीं हैं। बारिस हो गई तो लेकिन उनका यह हाल देखने वाला कोई नहीं है। प्रदेश के लिए पदक जीतने से पहले उन्हें बड़ी समस्याओं से जंग लड़नी पड़ रही है। प्रदेश को
पदक दिलाने के लिए ये खिलाड़ी दिन रात पसीना बहा रहे है, लेकिन खिलाड़ियों की दिक्कतों की ओर किसी का ध्यान नहीं है। प्रैक्टिस के साथ इन खिलाड़ियों को गंदगी, पानी, गर्मी और मच्छरों से भी लड़ाई
लड़नी पड़ रही है। खिलाड़ियों के सोने के लिए चद्दर, गद्दे और पलंग तक नहीं हैं। न ही मच्छरों से बचने के लिए कोई इंतजाम करवाया गया है। खिलाड़ियों ने बताया कि कमरों की खिड़कियों के कांच टूटे हुए
हैं। न तो जाली लगी है। इनसे रात भर बदबूदार हवा और मच्छर आते है। बारिस होने पर रूम में पानी भर आता है। गर्मी की वजह से खिलाड़ी रात को ठीक से सो भी नहीं पाते हैं। वहीं जब अधिकारियों से इस
मुद्दे पर बात की गई तो सभी गोल-मोल जवाब देने लगे। खिलाड़ियों को डॉरमेट्री में ठहराया गया है। अब तक किसी भी खिलाड़ी ने अव्यवस्था की शिकायत नहीं की है। अगर कोई दिक्कत होगी तो उसे दूर किया
जाएगा। -जितेन्द्र यादव, क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी, लखनऊ खिलाड़ियों की संख्या बढ़ जाने से थोड़ी समस्या हुई। उनके लिए गद्दे व अन्य इंतजाम किया गया है। अगर कोई समस्या है तो कोच और खिलाड़ियों से
बात की जाएगी। -मुनव्वर अंजार, यूपी जूडो सीइओ