आगरा की फैक्ट्री में लगी आग से चाइना से मंगाई चार करोड़ की मशीन भी खाक, एयरफोर्स की फोम से काबू में आईं लपटें

आगरा की फैक्ट्री में लगी आग से चाइना से मंगाई चार करोड़ की मशीन भी खाक, एयरफोर्स की फोम से काबू में आईं लपटें

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42 साल से ज्यादा पुरानी आगरा कैमिकल फैक्टरी में कई तरह के कैमिकल रखे थे। सभी ज्वलनशील थे। फैक्टरी में कैमिकल सिर्फ ड्रमों में नहीं रहते थे। फैक्टरी के अंदर कैमिकल सुरक्षित तरीके से रखने के


लिए अंडर... Dinesh Rathour आगरा। प्रमुख संवाददाता, Fri, 11 Sep 2020 04:34 PM Share Follow Us on __ 42 साल से ज्यादा पुरानी आगरा कैमिकल फैक्टरी में कई तरह के कैमिकल रखे थे। सभी ज्वलनशील थे।


फैक्टरी में कैमिकल सिर्फ ड्रमों में नहीं रहते थे। फैक्टरी के अंदर कैमिकल सुरक्षित तरीके से रखने के लिए अंडर ग्राउंड कई टैंक बने हुए थे। उनमें कैमिकल भरे रहते थे। आग की सूचना पर फैक्टरी मालिक


भी मौके पर पहुंच गए थे। जानकारी के बाद फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने उन टैंकों को बचाने के लिए जमीन पर पानी भर दिया। सीएफओ अक्षय रंजन शर्मा ने बताया कि हादसे की सूचना पर आगरा जिले में


मौजूद सभी 15 फायर टेंडर मौके पर भेजे गए। वह खुद आ गए। शास्त्रीपुरम, संजय प्लेस और ईदगाह के एफएसओ को भी बुला लिया। ताकि सभी अधिकारी अपने तरीके से दमकल कर्मियों को निर्देश दे सकें। करीब 60


कर्मचारी आग बुझाने में लगाए गए। कैमिकल की आग फोम से काबू में आती है। उनके पास जितना फोम था पहले ही दौर में डाल दिया गया। उससे काम नहीं बना। एयरफोर्स की दो गाड़यिां मौके पर आई थीं। उनके पास


पर्याप्त मात्रा में फोम था। उससे आग पर काबू पाया गया। चार करोड़ की एक मशीन खाक हुई दोनों फैक्टरी में पूर्व सपा नेता राजेंद्र शर्मा साझेदार हैं। उन्होंने बताया कि आगरा कैमिकल फैक्टरी का पूरे


उत्तर प्रदेश में नाम है। फैक्टरी की एनओसी इसी शर्त पर मिलती है कि वहां बिजली का कोई कनेक्शन नहीं होगा। उनकी फैक्टरी में भी नहीं था। छह हजार गज जमीन के एक छोटे हिस्से में टॉप लास्ट सोल


फैक्टरी खोली थी। उसमें लगी मशीन दस माह पहले ही चार करोड़ रुपये में चाइना से मंगाई थी। मशीन में सिर्फ दाना डाला जाता था। सोल बनकर बाहर आता था। सोल फैक्टरी की मशीन पूरी तरह जल गई। सोल फैक्टरी


में काम नहीं हो रहा था। वहां माल रखा हुआ था। फैक्टरी में पहली बार इतनी बड़ी आग लगी है। इससे पहले वर्ष 2003 में मामूली आग लगी थी। उसे तत्काल काबू पा लिया गया था। गनीमत यह रही कि इतने बड़े हादसे


में कोई कर्मचारी चपेट में नहीं आया। एक कर्मचारी के झुलसने की सूचना मौके पर फैक्टरी के कर्मचारियों ने बताया कि हादसा ड्रम से कैमिकल निकालने के दौरान हुआ था। एक कर्मचारी मामूली रूप से झुलस


गया था। उसे तत्काल इलाज के लिए भेज दिया गया। हालांकि पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को इसकी जानकारी नहीं थी। फैक्टरी मालिक ने भी ऐसी किसी जानकारी से इनकार किया। उन्होंने बताया कि किसी


कर्मचारी को कोई चोट नहीं आई है।