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Hindi NewsUP NewsPolice got big success in Vikas Dubey case Gopal Saini double barrel gun found from forest कानपुर के विकास दुबे के साथी गोपाल सैनी को पुलिस एक दिन की रिमांड पर पूछताछ के लिए
लाई थी। इस दौरान उसके पास से एक डबल बैरल बंदूक बरामद कर ली है। इसके लाइसेंस धारक के खिलाफ शस्त्र अधिनियम के तहत... Amit Gupta हिन्दुस्तान टीम, कानपुर Fri, 7 Aug 2020 07:37 AM Share Follow
Us on __ कानपुर के विकास दुबे के साथी गोपाल सैनी को पुलिस एक दिन की रिमांड पर पूछताछ के लिए लाई थी। इस दौरान उसके पास से एक डबल बैरल बंदूक बरामद कर ली है। इसके लाइसेंस धारक के खिलाफ शस्त्र
अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज की है। एसपी ग्रामीण बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि गोपाल सैनी ने रिमांड के दौरान पूछताछ में बताया कि बिकरू कांड की रात वह पुलिस पर डबल बैरल से ताबड़तोड़ फायर
कर रहा था। भागते वक्त पड़ोसी गांव भीटी के जंगल में डबल बैरल को झाड़ियों में छिपा दिया था। पुलिस ने जंगल से बंदूक बरामद कर ली। जांच में सामने आया कि डबल बैरल बंदूक एफआईआर में नामजद जहान सिंह
यादव के नाम है। इसके चलते जहान सिंह के खिलाफ चौबेपुर थाने में एक और शस्त्र अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। पूछताछ में गोपाल ने भी अन्य की तरह 50 से 60 राउंड गोलियां पुलिस पर दागने की
बात कही। पूछताछ के बाद उसे दोबारा जेल में दाखिल कर दिया गया। पहला असलहा लाइसेंस किया गया निरस्त बिकरू कांड के बाद पहला असलहा लाइसेंस निरस्त कर दिया गया है। डीएम कोर्ट ने सुनवाई के बाद
चौबेपुर थाने के भीटी गांव निवासी रवींद्र कुमार की राइफल का लाइसेंस निरस्त कर दिया। वहीं, विकास दुबे के फंड मैनेजर समेत 27 के निलंबित असलहा लाइसेंस निरस्त करने पर सुनवाई चल रही है। बिकरू
मामले से जुड़े लोगों के असलहा लाइसेंस निलंबित किए जा चुके हैं। इनमें से अकेले कारपेंटर रवींद्र कुमार ही डीएम कोर्ट के समक्ष पेश हुआ। बाकी सभी के वकील आ रहे हैं। रवींद्र ने कोर्ट को बताया कि
उसने शौक में राइफल का लाइसेंस लिया था। विकास दुबे से कोई लेना-देना नहीं है। विकास दबंगई दिखाकर गांव व आस-पास के लोगों की राइफल और असलहें अपने पास रखता था। इसी से परेशान होकर 2019 में राइफल
को असलहा दुकान में जमा करा दिया था। अभी तक वहीं जमा है। असलह का लाइसेंस विकास दुबे ने ले लिया था। जय बाजपेई का आपराधिक इतिहास तलब डीएम कोर्ट में विकास दुबे के फंड मैनेजर जय बाजपेई के
रिवाल्वर लाइसेंस के निरस्तीकरण को लेकर लगातार सुनवाई चल रही है। उस पर कई मामले पहले से और कई बिकरू कांड के बाद दर्ज हुए हैं। डीएम कोर्ट ने एसएसपी व बजरिया पुलिस से जय बाजपेई का इतिहास दोबारा
मांगा है, जिससे उसके असलहा लाइसेंस की निरस्तीकरण रिपोर्ट पर कार्रवाई की जा सके।