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भारत विविधताओं का देश है, जहां हर राज्य की अपनी अनूठी संस्कृति है. भारतीय शादियों में आपको इसकी गहरी झलक मिलेगी. शादी की पहली रात यानी सुहागरात को पति-पत्नी के नए जीवन की शुरुआत के रूप में
देखा जाता है. दूध को इस मौके पर इसलिए महत्व दिया जाता है क्योंकि इसे पवित्र माना जाता है. पारंपरिक रस्मों का पालन आज भी बड़ी श्रद्धा के साथ किया जाता है. इस रस्म का ना सिर्फ धार्मिक मतलब है
बल्कि इसके कुछ साइंटिफिक रीजन भी है. Advertisment सुहागरात पर दूध पीने का धार्मिक महत्व शादी की पहली रात को पति-पत्नी के नए जीवन की शुरुआत के रूप में देखा जाता है. दूध को इस मौके पर इसलिए
महत्व दिया जाता है क्योंकि इसे पवित्र माना जाता है. दूध में मिठास लाने के लिए अक्सर चीनी, हल्दी या केसर मिलाया जाता है, जो न सिर्फ इसे स्वादिष्ट बनाता है, बल्कि इसके औषधीय गुण भी बढ़ा देता
है.हल्दी और केसर का मिश्रण शारीरिक प्रक्रियाओं को सुचारू रूप से चलाने में सहायक होता है. पूरे दिन की थकान मिटाने और वैवाहिक जीवन की स्वस्थ शुरुआत के लिए पुरुष को हल्दी के साथ दूध पीने की
सलाह दी जाती है. यौन इच्छा बढ़ाने के लिए केसर को विशेष रूप से यौन इच्छा बढ़ाने वाला माना जाता है, जबकि दूध में मौजूद ट्रिप्टोफैन नामक अमीनो एसिड शरीर की वृद्धि और प्रोटीन संतुलन में सहायक
होता है. इसके अलावा, केसर अवसाद को कम करने और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करने में भी मदद करता है, जो शादी के शुरुआती दिनों में महत्वपूर्ण होता है. दूध पीने से सेक्स के दौरान स्टेमिना और ताकत
बढ़ती है. ऐसा जोड़े की सुहागरात को अच्छा बनाने के लिए किया जाता है. टेस्टोस्टेरॉन और एस्ट्रोजन हॉर्मोन टेस्टोस्टेरॉन और एस्ट्रोजन हॉर्मोन के निर्माण में भी प्रोटीन की जरूरत होती है, ये
हॉर्मोन्स सेक्स एक्सपीरियंस को बेहतर बनाते हैं. माना जाता है कि इस मिश्रण से सेक्स ड्राइव बढ़ती है. दूध, केसर और क्रश किए हुए बादाम बहुत शक्तिशाली कॉम्बिनेशन है जो हमारे शरीर को तुरंत ऊर्जा
देते हैं. ये भी पढ़ें- SPERM QUALITY: बेहतर स्पर्म क्वालिटी के लिए पुरुष रोज रात को दूध में मिलाकर इस चीज का करें सेवन DISCLAIMER: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर
आधारित हैं. NEWS NATION इसकी पुष्टि नहीं करता है.