Lpg cylinder: 300 रुपए सस्ता मिल रहा एलपीजी सिलेंडर, जानें किन लोगों को होगा सरकारी योजना का लाभ

Lpg cylinder: 300 रुपए सस्ता मिल रहा एलपीजी सिलेंडर, जानें किन लोगों को होगा सरकारी योजना का लाभ

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LPG CYLINDER: आप भी घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की बढ़ती कीमतों से परेशान हैं, तो आपके लिए एक अच्छी खबर है. केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) के तहत पात्र उपभोक्ताओं को एलपीजी


सिलेंडर पर लगभग 300 रुपए तक की सब्सिडी दी जा रही है. जी हां यानी आपको 300 रुपए सस्ती रसोई गैस सिलेंडर मिल जाएगी.  यह सब्सिडी सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है, जिससे उन्हें


महंगाई के इस दौर में राहत मिल रही है.  Advertisment उज्ज्वला योजना के तहत कौन कर सकता है लाभ प्राप्त? PMUY का लाभ केवल उन महिलाओं को मिलता है जो गरीबी रेखा (BPL) के नीचे आती हैं और जिनके पास


पहले से किसी भी तरह का LPG कनेक्शन नहीं है. योजना के अंतर्गत गैस कनेक्शन मुफ्त में दिया जाता है और साथ ही सरकार रिफिलिंग पर भी सब्सिडी प्रदान करती है. फिलहाल उज्ज्वला लाभार्थियों को 550


रुपए में गैस सिलेंडर मिल रहा है, जबकि सामान्य उपभोक्ताओं के लिए यही सिलेंडर 853 रुपए में उपलब्ध है.  क्या है उज्ज्वला योजना? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 मई 2016 को उत्तर प्रदेश के बलिया


जिले से इस योजना की शुरुआत की थी. पहले इसका लक्ष्य 5 करोड़ मुफ्त कनेक्शन देने का था, जो बाद में बढ़ाकर 8 करोड़ किया गया.  यह लक्ष्य सितंबर 2019 तक पूरा कर लिया गया.  दूसरे चरण में उज्ज्वला


2.0 अगस्त 2021 में शुरू की गई. इसमें अब तक 1.60 करोड़ से अधिक नए कनेक्शन दिए जा चुके हैं. जनवरी 2023 तक सरकार ने उज्ज्वला योजना के तहत 10 करोड़ से ज्यादा परिवारों को जोड़ने का लक्ष्य पूरा कर


लिया है.  उज्ज्वला योजना के लिए आवेदन कैसे करें? अगर आप इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं, तो आपको इन शर्तों और दस्तावेजों को पूरा करना होगा: - आवेदक महिला भारतीय नागरिक हो - उसका नाम BPL


परिवार सूची में दर्ज हो - उसके नाम पर पहले से कोई LPG कनेक्शन न हो इन दस्तावेजों की पड़ेगी जरूरत - आधार कार्ड - राशन कार्ड - बैंक खाता डिटेल्स आवेदन के लिए आप योजना की आधिकारिक वेबसाइट 


www.pmuy.gov.in पर जा सकते हैं, जहां से फॉर्म डाउनलोड कर भर सकते हैं. महिलाओं के लिए वरदान बनी उज्ज्वला योजना इस योजना से करोड़ों गरीब परिवारों को पारंपरिक ईंधन जैसे लकड़ी, उपले और कोयले से


राहत मिली है.  इससे महिलाएं धुएं से होने वाली आंखों और सांस की बीमारियों से बच सकीं, साथ ही उन्हें खाना बनाने में कम समय लगने लगा.  अब तक उज्ज्वला योजना के तहत 238 करोड़ से अधिक सिलेंडर


रिफिल किए जा चुके हैं. इतना ही नहीं, योजना को सफल बनाने के लिए 11,670 नए डिस्ट्रीब्यूटर भी जोड़े गए हैं ताकि ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों तक भी गैस सिलेंडर की डिलीवरी आसानी से हो सके.  यह


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