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लुधियाना के बाबा मुकंद सिंह नगर में मंगलवार सुबह घटनास्थल का जायजा लेने के लिए कैबिनेट मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा व भारत भूषण आशू भी पहुंचे। घटना को लेकर पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल ने एनडीआरएफ
के अधिकारियों से बातचीत की। By Vinay KumarEdited By: Updated: Tue, 06 Apr 2021 11:43 AM (IST) लुधियाना, जेएनएन। पंजाब के खाद्य, नागरिक, आपूर्ति और उपभोक्ता मामलों के मंत्री भारत भूषण आशु और
उद्योग व वाणिज्य मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा ने मंगलवार सुबह बाबा मुकंद सिंह नगर में उस जगह का दौरा और निरीक्षण किया, जहां सोमवार को एक तीन मंजिला आटो पार्ट फैक्ट्री की छत गिर गई। उस हादसे में
5 लोगों की मौत हो गई। जबकि सात श्रमिक घायल हो गए थे। फैक्ट्री मालिक व ठेकेदार अवैध रूप से जैक के साथ लेंटर को उपर उठाने का काम कर रहे थे। उनके साथ विधायक संजय तलवार, डिप्टी कमिश्नर वरिंदर
कुमार शर्मा, पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल, मेयर बलकार सिंह संधू, नगर निगम कमिश्नर प्रदीप कुमार सभरवाल, पंजाब स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (पीएसआइडीसी) के चेयरमैन केके बावा तथा सीएमस
के ओएसडी अंकित बंसल भी वहां पहुंचे। जहां सुंदर शाम अरोड़ा ने घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद बताते हुए कहा कि प्रभावित परिवारों और अन्य घायलों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है। यह
भी पढ़ें- लुधियाना फैक्ट्री हादसा : धूल झोंकने की कोशिश...पकड़े न जाएं इसलिए तड़के चार बजे लगा दी लेबर उन्होंने कहा कि किसी भी सरकारी अधिकारी की लापरवाही पाए जाने पर उसे बख्शा नहीं जाएगा।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने पहले ही पटियाला डिवीजनल कमिश्नर द्वारा उच्चस्तरीय जांच और घायल मजदूरों के मुफ्त इलाज के अलावा मृतकों के
परिवारों के लिए 2-2 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की है। कैबिनेट मंत्रियों ने लोगों से अपील की कि वे अपने निहित स्वार्थ के लिए किसी के जीवन को खतरे में न डालें और निर्माण के दौरान सभी सुरक्षा
मानकों को सुनिश्चित करने के अलावा काम करने की अनुमति संबंधित अधिकारियों से भी लें। यह भी पढ़ें- आलीशान होटल में SGPC कर्मचारी के साथ रंगरलियां मना रही थी कांस्टेबल की पत्नी, अचानक पहुंच गया
पतिडीसी वरिंदर कुमार शर्मा ने दोनों मंत्रियों को बताया कि सोमवार की सुबह से एसडीआरएफ, एमसी, फायर ब्रिगेड और स्थानीय पुलिस के साथ एनडीआरएफ ने अथक परिश्रम किया है और 36 मजदूरों को बचाया है।
जिनमें से पांच का इलाज चल रहा है और दो की हालत गंभीर है। जबकि अन्य को छुट्टी दे दी गई है। उन्होंने कहा कि गंभीर हालत में दो लोगों का एसपीएस अस्पताल में इलाज चल रहा है जबकि तीन सिविल अस्पताल
लुधियाना में उपचाराधीन हैं। पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल ने खुलासा किया कि बिल्डिंग मालिक और ठेकेदार के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और उन्हें पकड़ने के लिए टीमें रेड कर रही हैं। इस अवसर पर
मुख्य रूप से एडीसी अमरजीत सिंह बैंस, जेसीपी ग्रामीण सचिन गुप्ता, एसडीएम अमरिंदर सिंह और अन्य शामिल थे। पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए
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