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विश्वसनीयता का पर्याय बन चुकी देश की सबसे बड़ी इस्पात कंपनी टाटा स्टील रविवार को 111 वर्ष का सफर पूरा कर लेगी। 26 अगस्त 1907 को स्थापित इस इस्पात कंपनी का स्वर्णिम सफर बदस्तूर जारी है।
जमशेदपुर के... हिन्दुस्तान टीम जमशेदपुरSun, 26 Aug 2018 05:01 PM Share Follow Us on __ विश्वसनीयता का पर्याय बन चुकी देश की सबसे बड़ी इस्पात कंपनी टाटा स्टील रविवार को 111 वर्ष का सफर पूरा
कर लेगी। 26 अगस्त 1907 को स्थापित इस इस्पात कंपनी का स्वर्णिम सफर बदस्तूर जारी है। जमशेदपुर के कालीमाटी में शुरू हुई शुरुआती दौर में 50 हजार टन का उत्पादन करने वाली कंपनी आज वैश्विक स्तर पर
प्रतिवर्ष 27 मिलियन टन स्टील का उत्पादन करती है। सिर्फ जमशेदपुर प्लांट से प्रतिवर्ष 11 मिलियन टन स्टील का उत्पादन होता है। टाटा स्टील के संस्थापक जमशेदपुर नशरवानजी टाटा ने कालीमाटी में टाटा
आयरन एंड स्टील कंपनी की नींव रखते हुए देश में औद्योगिक क्रांति की शुरूआत की। यहीं से तरक्की के पहियों पर आगे बढ़ते हुए टाटा स्टील ने पांच देशों में उत्पादन में अपनी धाक जमाई और 50 देशों के
बाजार में इसके उत्पाद छाये हुए हैं। कृषि उत्पाद, ऑटोमोबाइल, जीआई पाइप्स, कंस्ट्रक्शन, बेयरिंग, एनर्जी व पावर, पैकजिंग, इंजीनियरिंग और मटेरियल हैंडलिंग के लिए स्टील बनाने वाली टाटा स्टील आज
कंपनी निजी क्षेत्र में दूसरी सबसे अधिक कमाई करने वाली कंपनी है। टाटा स्टील से शुरू हुआ सफर समूह में तब्दील हो चुका है और देशभर में सौ से ज्यादा कंपनियां संचालित हैं। इनमें 6.6 लाख से ज्यादा
कर्मचारी काम करते हैं। संघर्ष भरा रहा शुरुआती दौर : टाटा स्टील का शुरुआती दौर संघर्षपूर्ण था। कोलकाता के नजदीक होने और प्रचुर मात्रा में कच्चा माल उपलबध होने के कारण जेएन टाटा ने कंपनी की
स्थापना यहीं पर करने का निर्णय लिया। यातायात के संसाधनों की कमी, दक्ष कर्मचारी की काफी कमी थी, लेकिन दूरदृष्टता जेएन टाटा की सोच ने कंपनी को आगे बढ़ाया। टाटा समूह की 29 कंपनियां लिस्टेट :
टाटा समूह की 29 कंपनियां हैं जो बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड है। इनमें टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, टाटा पावर, टाटा कैमिकल, टाटा ग्लोबल बेवरेज, टाटा टेली सर्विसेज,
टाइटन, टाटा कम्युनिकेस और इंडियन होटल्स शामिल हैं।