साकेत और युकी जीते, भारत ने ताइपे पर वाइटवॉश किया

साकेत और युकी जीते, भारत ने ताइपे पर वाइटवॉश किया

Play all audios:

Loading...

साकेत मायनेनी और युकी भांबरी ने रविवार को यहां दबदबे भरा प्रदर्शन करते हुए सीधे सेटों में जीत दर्ज की, जिससे भारत ने डेविस कप एशिया ओशियाना ग्रुप एक मुकाबले के पहले राउंड में चीनी ताइपे पर


5-0 से... इंदौर, एजेंसी Sun, 2 Feb 2014 03:54 PM Share Follow Us on __ साकेत मायनेनी और युकी भांबरी ने रविवार को यहां दबदबे भरा प्रदर्शन करते हुए सीधे सेटों में जीत दर्ज की, जिससे भारत ने


डेविस कप एशिया ओशियाना ग्रुप एक मुकाबले के पहले राउंड में चीनी ताइपे पर 5-0 से सूपड़ा साफ किया।     मायनेनी ने शनिवार को भारत की युगल जीत में भी योगदान दिया था। उन्होंने एकल मुकाबले में भी


अच्छा फॉर्म जारी रखी। भारतीय कप्तान ने टि चेन के खिलाफ मैराथन एकल जीतने वाले सोमदेव देववर्मन की जगह इस मैच में उन्हें खिलाने का फैसला किया।  वर्ष 2005 के बाद यह पहली बार है जब भारत ने


प्रतिद्वंद्वी टीम के खिलाफ वाइटवॉश किया हो। रैंकिंग में 313 स्थान पर काबिज 26 वर्षीय मायनेनी को अपने से ऊंची रैंकिंग पर मौजूद खिलाड़ी सुंग हुआ यांग को चौथे बेमानी मैच में 6-1, 6-4 से पराजित


करने में महज 48 मिनट लगे। भारत ने कल ही तीन मैच जीतकर अजेय बढ़त बना ली थी।      टि चेन की जगह खेलने वाले सिन यिन पेंग ने अपनी टीम को जीत दिलाने का भरसक प्रयत्न किया लेकिन युकी भांबरी उनसे


कहीं बेहतर साबित हुए। इस 22 वर्षीय भारतीय ने दूसरे उलट एकल में 7-5, 6-0 के स्कोर से महज 55 मिनट में शानदार जीत दर्ज की।      युकी ने पूरी तरह से दबदबा बनाते हुए अपनी दूसरी जीत दर्ज की और


पेंग से उन्हें कोई परेशानी नहीं हुई। पेंग के पास खोने के लिए कुछ नहीं था, इसलिए वह पूरी कोशिश कर रहे थे लेकिन युकी के सामने उनकी नहीं चली। भारत ने चीनी ताइपे को 2009 में भी उसकी सरजमीं पर


उसे हराया था। इससे भारत का चीनी ताइपे पर जीत का रिकॉर्ड 2-0 हो गया है। भारतीय टीम अब विश्व ग्रुप प्ले ऑफ में जगह बनाने के लिए अप्रैल में कोरिया से भिड़ेगी।      भले ही स्कोरलाइन 5-0 हो,


लेकिन टि चेन ने दूसरे एकल में सोमदेव को परेशान किया था और पेंग और यांग की युगल जोड़ी ने कल रोहन बापेन्ना और मायनेनी पर जिस तरह दबाव बनाया था, भारत को पहले दो दिन मुकाबलों में जीत दर्ज करने


में मशक्कत करनी पड़ी थी।      लेकिन मायनेनी को भारत की विजयी लय जारी रखने में जरा भी मशक्कत नहीं करनी पड़ी क्योंकि यांग ने इस भारतीय को ज्यादा चुनौती नहीं दी। यांग पूरे मैच में अपनी क्षमता


से हिसाब से नहीं खेल सके। यहां आने से पहले वह अमेरिका में एक चैलेंजर के फाइनल में पहुंचे थे और उन्हें हवाई से सीधे इंदौर पहुंचने में करीब तीन दिन लगे।      शायद लंबी यात्रा और हफ्ते में कठिन


मुकाबलों का असर उनके प्रदर्शन पर पड़ा। शीर्ष खिलाड़ियों ये सुन लु और जिन वांग की टीम में अनुपस्थिति से जिम्मेदारी यांग के कंधों पर थी लेकिन वे इसमें असफल रहे।      मायनेनी और यांग बेसलाइन


से खेले, बमुश्किल ही नेट की ओर आये। यांग दूसरे गेम में 0-40 से पीछे थे। उन्होंने फॉरहैंड विनर से पहला मौका बचाया लेकिन दूसरा दूर डाल दिया जिससे मायनेनी को 2-0 से बढ़त मिल गयी।      मायनेनी


ने दूसरे मौके पर यांग की सर्विस ब्रेक की, जिन्होंने डबल फॉल्ट से इस भारतीय को 5-1 से आगे कर दिया। भारतीय खिलाड़ी ने लव पर ऐस लगाकर सेट अपने नाम कर लिया। यांग के रैकेट से सहज गलतियां जारी


रहीं और वह दूसरा सेट भी गंवा बैठे।