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दिल्ली-एनसीआर में बीते 24 घंटे में मौसम ने एक बार फिर से करवट ले ली है. शनिवार देर शाम अचानक मौसम में बदलाव आया और आसमान में अंधेरा छा गया. 60 कि.मी./ घंटे की रफ्तार से तेज आंधी चली और इसके
बाद हल्की बारिश शुरू हो गई जो देर रात तक रुक-रुक कर होती रही. इस बारिश की वजह से गर्मी से परेशान लोगों को थोड़ी राहत जरूर मिली है. आज सुबह भी आसमान में बादल छाए हुए थे और ठंडी हवाएं चल रही
थी, जिससे मौसम काफी सुहाना हो गया. इस वक्त दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, फरीदाबाद और गुड़गांव जैसे इलाकों में तापमान थोड़ा गिर गया है. अधिकतम तापमान 36 से 37 डिग्री सेल्सियस के
करीब है जबकि न्यूनतम तापमान 26 से 27° सेल्सियस के बीच बना हुआ है. गर्मी के इस मौसम में जब तापमान लगातार बढ़ रहा था. तब अचानक आई इस बारिश और तेज हवाओं ने लोगों को थोड़ी राहत दे दी है.
Advertisment मौसम काफी ठंडा और आरामदायक हो गया खासकर शाम और रात के समय मौसम काफी ठंडा और आरामदायक हो गया. लोग बिना किसी एसी कूलर के भी आराम से सो सके. सड़कें थोड़ी गीली हो गई और हवा में नमी
बढ़ गई, जिससे धूल और गर्म हवाओं का असर कम हो गया. मौसम विभाग और स्काईमेट वेदर के अनुसार दिल्ली एनसीआर में 4 जून तक मौसम ऐसा ही बना रहेगा इस दौरान रुक-रुक कर हल्की बारिश होती रहेगी और आसमान
में बादल भी बने रहेंगे. ठंडी हवाएं चलती रहेंगी, जिससे तापमान में और गिरावट देखने को मिल सकती है. अगले दो से तीन दिनों के अंदर दिल्ली का अधिकतम तापमान 38 डिग्री से गिरकर 31 से 32 डिग्री
सेल्सियस तक आ सकता है. यह जून के महीने में एक बड़ी राहत की खबर मानी जा रही है. क्योंकि आमतौर पर जून में तापमान 42 से 44 डिग्री तक पहुंच जाता है. स्काईमेट वेदर के अध्यक्ष जेपी शर्मा ने बताया
कि 4 जून तक बारिश की संभावना बनी रहेगी और 5 6 जून को बादल तो रहेंगे. इस दौरान तापमान 40° को पार नहीं करेगा और दिल्ली एनसीआर का मौसम 31 से 36° सेल्सियस के बीच बना रहेगा. इसका मतलब है कि जून
की शुरुआत भी दिल्ली वासियों के लिए राहत लेकर आई है. पश्चिमी विक्षोभ का असर आमतौर पर जून में दिल्ली में भीषण गर्मी पड़ती है और लू चलती है, जिससे लोगों को घर से बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है.
लेकिन इस बार की शुरुआत में हल्की बारिश और ठंडी हवाओं ने मौसम को सुहाना बना दिया है. मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि यह बदलाव वेस्टर्न डिस्टरबेंस और बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी की वजह से हुआ
है जो उत्तर भारत के मौसम पर असर डाल रहा है. फिलहाल लोगों को सलाह दी जा रही है कि वह मौसम के बदलाव को देखते हुए एतियात बरतें.