World malaria day: क्लाइमेट चेंज है मलेरिया फैलने का एक फैक्टर, इससे कैसे निपटें?

World malaria day: क्लाइमेट चेंज है मलेरिया फैलने का एक फैक्टर, इससे कैसे निपटें?

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मलेरिया रोग कब खतरनाक हो जाता है? गंभीर मलेरिया की पहचान करने के लिए शुरुआती बुखार, सिरदर्द, कंपकंपी होना, भ्रमित महसूस होना, दौरे पड़ना, अत्यधिक कमजोरी महसूस होना, पेशाब का रंग गाढ़ा या कोला


जैसे रंग का होना, सांस लेने में परेशानी महसूस होना और एब्नॉर्मल ब्लीडिंग की शिकायत होना जैसे लक्षणों पर नजर रखनी चाहिए. अगर ये लक्षण दिखायी दें तो समझ जाएं कि इंफेक्शन का असर शरीर के


महत्वपूर्ण फंक्शन या अंगों पर पड़ चुका है. इन लक्षणों के दिखायी देते ही तत्काल मेडिकल सहायता लेना जरूरी है ताकि मरीज का जीवन बचाया जा सके, खासतौर से प्लाज़्मोडियम फाल्सीपेरम मलेरिया होने पर,


जो कि सबसे खतरनाक किस्म का मलेरिया रोग है.