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पुलिस की गिरफ्त में आरोपी.Image Credit source: tv9 bharatvarsh उत्तराखंड में ऑपरेशन क्लीन स्वीप के तहत काम करते हुए पुलिस को सुल्तानपुरी बस टर्मिनल में दो ऑटो चोरों (एक पुरुष और एक महिला) के
आने की गुप्त सूचना थाना सुल्तानपुरी को मिली थी, जिसके बाद सूचना के आधार पर सुल्तानपुरी बस टर्मिनल पर एक जाल बिछाया गया और जैसे ही आरोपी व्यक्ति चोरी की हीरो स्प्लेंडर मोटरसाइकिल पर पहुंचे,
मुखबिर ने छापेमारी टीम को संकेत दिया. इसके बाद, छापेमारी टीम ने तेजी से कार्रवाई की और दोनों आरोपियों की पहचान ऋषभ और प्रीति के रूप में की गई. जैसे ही दोनों आरोपियों को पकड़ा गया, उनकी तलाशी
ली गई, जिससे उनके कब्जे से दो मोबाइल फोन बरामद किए गए. जब आरोपी व्यक्तियों को मोटरसाइकिल के दस्तावेज पेश करने के लिए कहा गया तो वे संतोषजनक जवाब देने में विफल रहे. इसलिए मोटरसाइकिल की डिटेल
की जांच की गई तो मोटरसाइकिल थाना राज पार्क के इलाके से चोरी हुई पाई गई. दून पब्लिक स्कूल में पढ़ा है आरोपी पूछताछ के दौरान आरोपी ऋषभ ने बताया कि वो देश के नामी स्कूल (दून पब्लिक स्कूल,
देहरादून) से पढ़ा और उसे आलीशान जीवन जीना पसंद है. वो अपनी सौतेली मां प्रीति के साथ रहता है. ड्रग्स का भी आदी है और वो अपने पिता से पॉकेट मनी के रूप में प्राप्त धन से एक शानदार जीवन की अपनी
जरूरतों को पूरा करने में सक्षम नहीं था. चोरी के कई वाहन बरामद इसलिए उसने अपनी सौतेली मां के साथ मिलकर मोटर बाइक और स्कूटी चोरी करना शुरू कर दिया. दोनों ने कई वाहनों की चोरी को स्वीकार किया
और उनके कहने पर विभिन्न स्थानों से पांच और चोरी के वाहन बरामद किए गए. आरोपितों ने यह भी खुलासा किया कि वे चोरी की मोटरसाइकिल/स्कूटी को चोरों और लुटेरों को अपराध करने के लिए किराए पर देते थे.
आरोपी प्रीति ने कहा कि वो आरोपी ऋषभ के साथ उसकी आपराधिक गतिविधियों में शामिल थी, क्योंकि वे एक शानदार जीवन जीने के आदी हैं. इन दोनों ने यह भी खुलासा किया कि वे चोरी के मोबाइल, चोरों/नशे के
आदी लोगों से खरीदते थे और राहगीरों को बेचते थे. उनके इशारे पर चोरी के कुल 23 मामलों पर काम किया जा चुका है.