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संवाद सहयोगी, चेवाड़ा : रेड जोन से आने वाले प्रवासियों को जब प्रखण्ड मुख्यालय में रखने की जगह जब उनको होम क्ववरंटाइन किया गया तो गांव वालों ने जागरूकता दिखाई और प्रवासी को स्कूल भवन में
क्वरंटाइन रहने की व्यवस्था की। वहां उनकी पहरेदारी भी की जा रही है। ऐस चेवाड़ा प्रखण्ड के कपासी गांव में हुआ है। परिवार की सुरक्षा को लेकर प्रवासी दंपत्ती भी गांव वालों को सहयोग कर रहे है।
गांव के शिवम कुमार अपनी पत्नी मुन्नी कुमारी और डेढ़ साल के बेटे अर्नव के साथ तथा रंजीत मिस्त्री अपनी पत्नी प्रीति के साथ दिल्ली से रेल से आए हैं। इन्हें प्रखंड मुख्यालय में लाकर होम
क्वारंनटाइन के नाम पर घर जाने के लिए कहा गया। नहीं तो लिखित तौर पर इन्हें कोई चिट्ठी दी गई है और ना ही तो इनके हाथ पर कोई मुहर लगाया गया है । इसके बाद यह खुद सजग हुए और ग्रामीणों की जागरूकता
के बाद गांव के ही विद्यालय में होम क्वारंनटाइन है। जबकि विद्यालय में पीने के लिए ना तो पानी है ना ही बिजली और पंखे की व्यवस्था है। विद्यालय के चापाकल भी खराब है फिर भी यह सभी अपने परिवार की
सुरक्षा हेतु विद्यालय में ही क्वारंनटाइन हैं। घर वाले इनको खाना पानी उपलब्ध करा रहे है।